परमेश्वर प्रगट हुए - नये नियम की यात्रा भाग 3 - शक्तिशाली पत्रSample

यहूदा - अपने पद पर बने रहें
जब भी हमें खेल जगत या सरकार या फिर व्यापारिक जगत में कोई पद मिलता है,तब हम जितना सम्भव हो सके उतने लम्बे समय तक उसे बनाये रखने या उसमें प्रगति करने का प्रयास करते हैं।
याकूब का भाई यहूदा,जो यीशु मसीह के पिता से उत्पन्न हुआ बेटा भी था मसीह अगुवों के बीच में झूठी शिक्षाओं के घुसने के खतरे को सम्बोधित करते और सच्चे विश्वासियों को उत्साहित करते हुए कहता है कि वे मसीह में अपने पद व स्थिति को बनाए रखें। वह सुनिश्चित करता है कि मसीह अपने लोगों को संभाल कर रखते हैं। उसके द्वारा दिया गया पद अटल है। वह अपने पद को बनाए रखने वाले और उसे खो देने वाले लोगों के लक्षणों के बारे में भी बताता है।
विभिन्न स्तरों तथा कालों में गलती करने वाले लोग निम्न हैंः
· प्रधान स्वर्गदूत (शैतान)
· पतित स्वर्गदूत
· सभी युगों में झूठे शिक्षक
· सदोम और अमोरा के लोग इत्यादि
विडम्बना यह है कि,सांसारिक,सामाजिक वरन धार्मिक पदों को पाने के लिए,उन्होनें अपने स्थाई पद व स्थिति को दाँव पर लगा दिया है। अपने पद को खोने वाले लोगों की विशेषताएं निम्न हैंः
· छीनते हैं (यहूदा 1:4): यीशु की सेवा करने के हृदय के बिना ही कलीसिया में पद और अधिकार प्राप्त करने की खोज में रहते हैं। कई लोग अंहकार से शैतान को फटकारते हैं,जो समझ से परे है। यह परमेश्वर का कार्य है।
· तर्कहीन (यहूदा 1:8): अचेत अवस्था में पशुओं के समान जीते हैं,और अपना ही नाश करते हैं।
· अस्थिर (यहूदा 1:10,11): अचेत,जंगली,भ्रष्ट;
· अनंत बंधुवाई में हैं (यहूदा 1:6,12,13): वे घोर अंधकार में रखे हुए पतित स्वर्गदूतों की ओर दौड़ रहे हैं।
अपने पद को बनाए रखने वाले लोगों कि विशेषताएंः
· प्रभुकोकार्यकरनेकीअनुमतिदें(यहूदा 1:9): यहां तक कि प्रधान स्वर्गदूत मिकाईल ने जब शैतान से मूसा के शव के विषय में वाद विवाद किया तो उस पर दोष लगाने का साहस न किया वरन डॉंटने का कार्य प्रभु के हाथों में छोड़ दिया। हमारा कार्य लोगों को प्रेम करना और उन्हें प्रभु के लिए जीतना है। न्याय करना परमेश्वर का काम है।
· जाने दें (यहूदा 1:20,21): किसी चीज़ को मज़बूती से पकड़ने के लिए,हमें अन्य चीज़ों को छोड़ना पड़ता है।
· दयासेप्रेमकरो(यहूदा 1:22,23): लोगों को आग में से झपटकर बाहर निकालना पीड़ादायक और खतरनाक हो सकता है। परन्तु हम परमेश्वर के आग से खेलने वाले योद्धा हैं। हम “पाप से घृणा” और “पापियों से प्रेम” करते हैं।
क्या हमने सारे अनावश्यक बोझों को उतार दिया है?हमें अपने पद को बनाए रखने के लिए किन कदमों को उठाने की आवश्यकता है?यहूदा का पत्र इस आश्वासन के साथ प्रारम्भ करता (यहूदा 1:1) और भव्य समापन के साथ समाप्त होता है (यहूदा 1:24-25) कि जब हम अपने पद को बनाए रखते हैं,तब परमेश्वर हमें सुरक्षित रखते हैं।
यहूदा 1:24-25: अब जो तुम्हें ठोकर खाने से बचा सकता है,और अपनी महिमा की भरपूरी के सामने मगन और निर्दोष करके खड़ा कर सकता है,उस एकमात्र परमेश्वर हमारे उद्धारकर्ता की महिमा और गौरव और पराक्रम और अधिकार,हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा जैसा सनातन काल से हैं,अब भी हो और युगानयुग रहे। आमीन।
Scripture
About this Plan

उन्होंने प्रारम्भिक कलीसिया को हिला दिया था। यीशु के सबसे नज़दीकी चेलों यूहन्ना,पतरस, उसके भाई याकूब और यूहन्ना के द्वारा लिखी पत्रियां, लोगों के विचारों को लगातार प्रभावित करती हैं। वे अंधकार की शक्तियों और अंधकारमय युगों के आक्रमणों का सामना करने तथा उस से सुरक्षा पाने के लिए हमें तैयार करते हैं।
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