अनमोल समय...अनंतता के महत्वपूर्ण पलSample

उसने आपकी आज़ादी की कीमत चुकाई
मुझे याद है कि मेरे लिए यह कितना महत्वपूर्ण था कि दूसरे लोगों द्वारा मेरी सराहना की जाए। मैं सराहनाओं के पीछे भागता और जब मुझे यह नहीं मिलती, तो मैं निराश हो जाता और यह मेरे पूरे दिन पर भी प्रभाव डालता। दूसरे लोग मेरे बारे में क्या सोचते हैं, इस बात की चिंता करना मेरी आदत बन गई थी और धीरे धीरे, इसने मेरे आनंद को चुराना शुरू कर दिया। एक साल पहले, परमेश्वर ने इस आयत के द्वारा मुझसे साफ साफ बातें कीं। मैं दूसरे लोगों द्वारा कहे जाने वाले शब्दों का गुलाम था और उनकी अपेक्षाओं को मुझ पर नियंत्रण करने की अनुमति देता था।
परमेश्वर ने अपने सर्वसिद्ध बेटे, यीशु को इस संसार में हमारे लिए क्रूस पर मरने के लिए भेजा। उसकी मृत्यु ने हमें हर तरह के बंधनों से मुक्त करने की गारंटी दी (यूहन्ना 8:32)। जो कीमत उसने चुकाई वह छोटी नहीं थी; उसके हाथों और पैरों में कीलें ठोककर कू्रस पर लटकाया गया था, उसके सिर पर कांटों का एक मुकुट रखा गया था। इससे पहले, उसे उन्चालीस बार नुकीले सिरे वाले कोड़ों से मारा गया था, उसकी दाढ़ी नोंची गई थी, उसे ठट्ठों में उड़ाया गया, उसकी हंसी उड़ायी गई और उसके वस्त्र निकालकर उसे नंगा किया गया था। हमें स्वतंत्र करने के लिए यीशु ने स्वेच्छा से इस कीमत को चुकाई। जब मैं दूसरों के विचार और शब्दों को मुझ पर प्रभाव डालने की अनुमति देता था, तो दरअसल मैं उस महान कीमत को सामर्थहीन बना रहा था।
परमेश्वर का वायदा स्वतंत्रता है। आपके आसपास के लोगों का एक गुलाम बनने के लिए अपने आप को अनुमति न दो जो आपके जीवन में नकारात्मक रूप से बोलने की इच्छा रखते हैं। लोग केवल आपके बारे में प्यार और जीवन की बातें ही करें।
प्रार्थना
हे पिता, आपके पुत्र को मेरे लिए उस क्रूस पर मरने को भेजने के लिए मैं आपका अभारी हूं। उस कीमत के लिए धन्यवाद जो उसने मेरे लिए चुकायी। धन्यवाद कि उस कीमत के कारण, मैं अब स्वतंत्र हूं। मेरे जीवन में किसी व्यक्ति या चीज़ का कोई अधिकार नहीं है। यीशु के नाम में, आमीन्।
Scripture
About this Plan

प्रतिदिन के मनन को पढ़िए और पवित्रशास्त्र की आयतों का मनन कीजिए। एक जीवन परिवर्तित करने वाली गवाही या परमेश्वर के अलौकिक सामर्थ के प्रदर्शन को पढ़ने के बाद कुछ समय के लिए रूकें। अंत में दी गई प्रार्थना या घोषणा के अर्थ को समझते हुए उसे दोहराएं। इस बात को जानें कि परमेश्वर के जिस प्रेम और सामर्थ को लेखकों ने अनुभव किया था, वह आपका भी हो सकता है।
More
Related Plans

Positive and Encouraging Thoughts for Women: A 5-Day Devotional From K-LOVE

Sharing Your Faith in the Workplace

Never Alone

Everyday Prayers for Christmas

Who Am I, Really? Discovering the You God Had in Mind

Simon Peter's Journey: 'Grace in Failure' (Part 1)

The Bible in a Month

The Holy Spirit: God Among Us

Gospel-Based Conversations to Have With Your Preteen
