१ कोरन्थी 15:51-52
१ कोरन्थी 15:51-52 MTHB
सुन! हम तोरासबके एकटा रहसके बात कहैचियौ, अपनासब कोइ नै मरबिही, महज सबकोइ परिबरतन हेतै। यि परिबरतन आँखके एक मटकीमे, तुरहीके अन्तिम अबाजमे हेतै। तै समयमे तुरही बज्तै तब मरल लोकसब सबदिनके लेल जिबित हेतै आ अपना जिबित भेलसब परिबरतन हेबै।


