रोम 5:3-4
रोम 5:3-4 AII25
अनी इतलंच नही, तर आपन संकटमा बी अभिमान मिरावतस; कारण आपन जाणतस की, संकट धीर उत्पन्न करस. अनी धीर प्रचिति अनं प्रचिति आशा उत्पन्न करस.
अनी इतलंच नही, तर आपन संकटमा बी अभिमान मिरावतस; कारण आपन जाणतस की, संकट धीर उत्पन्न करस. अनी धीर प्रचिति अनं प्रचिति आशा उत्पन्न करस.