यीशु के समान प्रार्थना करना सीखनाSample

क्या आप प्रार्थना करने के लिए तैयार हैं?
इन तीनों प्रकार की प्रार्थनाओं को व्यवहारिक तौर पर करने का सबसे अच्छा तरीका उन प्रार्थनाओं को देखना है जो स्वयं यीशु मसीह ने की थीं। उन्होंने क्रूस पर चढ़ाए जाने से पहले गतसमनी के बाग में और क्रूस पर लटकाए जाने के बाद प्रार्थना की। गतसमनी के बाग में, उन्होंने एक संकेन्द्रित प्रार्थना की जहां पर उन्होंने अपना दुःख प्रगट किया मगर फिर भी कहा कि परमेश्वर की इच्छा पूरी हो। यही प्रार्थना एक निरन्तर की जाने वाली प्रार्थना भी थी क्योंकि उसने इसी प्रार्थना को अक्षरश तीन बार दोहराया। जब यीशु क्रूस पर टंगे हुए थे और मरने पर थे,उन्होंने सब लोगों के सुनते हुए जोर से एक भविष्यसूचक प्रार्थना की,जिससे उसके आस पास मौजूद सभी लोगों को फायदा पहुंचे,कि इस संसार के पापियों में से एक गिने जाने तथा संसार के पापों को अपने ऊपर ले जाने की वजह से-परमेश्वर पिता से उसका सम्बन्ध टूट गया है। यह कोई चिड़चिड़ाहट,आत्महीनताया बुड़बुड़ाने वाली बात नहीं थी वरन यह एक उद्देश्य को पूरा करने की एक शक्तिशाली उदघोषणा थी।
क्या आप प्रार्थना करने के लिए कितने तैयार हैं?
क्या आप परमेश्वर को जानने के लिए उसके साथ संगति बनाने के लिए कितने तैयार हैं?
क्या आप सारी बातों के लिए बल्कि सारी बातों के लिए उसकी इच्छा के अनुसार प्रार्थना करेंगें?क्या आप निरन्तर वादी,सकेंद्रित और भविष्यसूचक प्रार्थना करने वाले बनेगें?
·इस बाइबल योजना को पढ़ने के दौरान निरन्तर, सकेन्द्रित तथा भविष्यसूचक प्रार्थना करने का एक आसान तरीका बाइबल ऐप में दी गयी प्रार्थना को इस्तेमाल करना है।⏰
·जब तक कि आप परिणाम को नहीं देख लेते तब तक लगातार प्रार्थना करने के लिए कोई ताकीद (याद दिलाने वाला) निर्धारित कर दें। इससे आपको हर परिस्थिति व हर समय प्रार्थना करने की आदत पड़ जाएगी।👥
·यदि आपको जागृति की चाह में अकेले प्रार्थना करते हुए कोई दिक्क्त हो रही है तो आप संकेन्द्रि प्रार्थना करने के लिए अपने साथ अपने भरोसेमन्द मित्र या परिवार जन को साथ ले सकते हैं। याद रखें कि जब आप एक दूसरे के साथ मिलकर प्रार्थना करते हैं तो आप एक दूसरे को सशक्त करते तथा अधिक स्थान या जगह पर दावा कर देते हो।📝
जिन पदों या वचनों से आपको प्रतिदिन आशीष मिलती है उन्हें लिख लें और उन्हें अपनी प्रार्थना में जोड़ दें। प्रार्थना करने का सबसे अच्छा तरीका वचन को पढ़ना और अपनी परिस्थिति पर उसकी उदघोषणा करना है।
About this Plan

मसीही जीवनों में प्रायः प्रार्थना नज़रअन्दाज़ होती है, क्योंकि हम सोचते हैं कि परमेश्वर सब जानते हैं,हमें उसे बताने की ज़रूरत नहीं है। यह योजना आपके जीवन को पुनः व्यवस्थित करने में सहायता करेगी जिससे आप योजनाबद्ध तरीके से अपने जीवन के लिए परमेश्वर की इच्छा को जानने के लिए समय निकालेगें और प्रार्थना का उत्तर मिलने तक प्रार्थना करेगें। प्रार्थना सभी बातों की प्रथम प्रतिक्रिया है,अन्तिम विकल्प नहीं।
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