कब स्वर्ग पृथ्वी से आकर मिलता है Sample

ईश्वरीय अपेक्षा स्वर्ग को धरती पर उतार लाती है।
कल्पना करें कि आप अपने जीवन को इस उम्मीद में बिता रहे हैं की आप उस व्यक्ति से मिल सकें, जिसके जन्म के द्वारा एक देश को एक नई दिशा मिल सके ? ठीक इसी प्रकार से शमौन और हन्नाह भी अपने जीवन को बिता रहे थे | शमौन एक बूढ़ा व्यक्ति था, और वह इस्राएल के छुटकारे और सुख चैन के लिए मसीह की बाट जोह रहा था, जिसके विषय में नबियों ने भविष्यवाणी की थी | हन्नाह चौरासी वर्ष की विधवा नबिया थी और मंदिर में रह कर, प्रार्थना और उपासना किया करती थी | यीशु को देखते ही, उसने उन सभी से जो यरूशलेम के छुटकारे की बाट जोहते थे, यीशु के विषय में बातें करने लगी | शमौन और हन्नाह दोनों में एक ही समानता थी, कि वे एक ही अपेक्षा के साथ अपने जीवन को बिता रहे थे | यह कोई साधारण अपेक्षा नहीं परन्तु ईश्वरीय अपेक्षा थी | हम इस बात को जानते है की यह ईश्वरीय अपेक्षा थी चूँकि उन्होंने अपने विश्वास को कमज़ोर न होने दिया और अपनी अपेक्षा में बने रहे | पवित्र आत्मा उनको लगातार उन वर्षो में सिखाते रहे जब वह दोनों मसीह की बाट जोहते थे | जब यीशु के जन्म के आठ दिन पूरे हुए, तब यीशु को मंदिर में भीतर लाया गया और पवित्र आत्मा के निर्देश के अनुसार शमौन और हन्नाह भी मंदिर में आए | वह कितना ही सुन्दर पल रहा होगा, जिस पल को देखने के लिए वे जीवन के कई वर्षो तक प्रतिक्षा करते रहे | हम सब भी अपने जीवन में किसी न किसी प्रतिक्षा में हैं | हो सकता है, वह प्रतिक्षा प्रतिज्ञा किये गए बच्चे, जीवनसाथी, शारीरक चंगाई या वित्तीय सफलता को लेकर हो | चाहे वह किसी भी वजह से हो, प्रतिक्षा करना आसान नहीं होता| प्रतिक्षा करना सुखद नहीं होता | प्रतिक्षा करना थका देता है | जब हम प्रतिक्षा करते समय पवित्र आत्मा को साथ ले लेते हैं, तो कुछ बदल जाता है। उसके पूरे होने का बोझ अब हम पर नहीं आता | प्रतिक्षा का तनाव, मधुरता में बदल जाता है क्योंकि हम देखते हैं कि परमेश्वर ही सारी चीजों का प्रबन्ध करते हैं| हम उनके निर्देश की अनुभूति करते हुए उनके प्रावधान को देखना शुरू करते हैं, और हमें इस बात का पता रहता है कि परमेश्वर का नियुक्त समय और उसकी कीमती प्रतिज्ञाएँ हमें कभी निराश नहीं करेंगे।
क्या आप प्रतिक्षा करने में संघर्ष कर रहे हैं?
क्या आप पवित्र आत्मा को आमंत्रित करेंगे, ताकि आप ईश्वरीय अपेक्षा के साथ प्रतिक्षा करना शुरू कर सकते हैं ?
Scripture
About this Plan

क्रिसमस अपने आप को नज़दीकी से देखने और यह देखने का एक सुन्दर समय होता है कि किस प्रकार से यीशु मसीह के इस धरती पर आने की वास्तविकता हमारे जीवनों को बदल देती है। स्वर्ग ने धरती पर चढ़ाई की और उसे हमेशा के लिए बदल दिया। हमारा जीवन कठिन या दुविधाजनक हो सकता है लेकिन यीशु के साथ रहते हुए वह बेमकसद नहीं हो सकता है।
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