ता उचकाहलु आंजी ना झोकान तेवो अवाज ह़रगे गेथो आयो अने जे घोर मे तीहया बह रेला, तीहयु आखु घोर गुंज उठ्यु। अने तीमने आक्ठु नी आच ने तेवी जीप देखाव पड़ी, अने तीमनी माय्न आखा पोर आवीन थांग जी। अने तीहया आखा माणहु चोखली आत्मा सी भराय ज्या, अने तीहया ते भगवान नी आत्मान लारे आप्ली सक्ती सी भात-भातीन बोली बोलवा बाज ज्या।