वाँकाणी किंनेई तो थरप्या तका वेबा का वाते, अन किंनेई परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा, किंनेई तो हव हमच्यार हुणाबावाळा, अन किंनेई तो परमेसर का मनकाँ का गवाळ अन किंनेई हिकाबावाळा बणाया। वणा ओ ईं वाते किदो के, वी हाराई पुवितर मनकाँ ने सेवा करबा का वाते त्यार करे ताँके मसी को डील तकड़ो वेतो जावे। ओ तद्याँ तईं वेई जद्याँ तईं आपाँ हाराई विस्वास में अन परमेसर का बेटा का ग्यान में एक कोयने वे जावाँ अन मसी का हारई गुण में पाका कोयने वे जावाँ।