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निक्की गम्बेल के साथ एक साल में बाईबल 2024Sample

निक्की गम्बेल के साथ एक साल में बाईबल 2024

DAY 261 OF 366

नेतृत्व करने का सबसे अच्छा तरीका

'प्रभु का दास कौन है?' इथियोपिया के मुख्य वित्तीय अधिकारी ने ईसाई मत के प्रचारक और सुसमाचार प्रचारक फिलिप से पूछा कि “भविष्यवक्ता किसके बारे में बात कर रहे हैं, स्वयं के बारे में या किसी और के बारे में?" (प्रेरितो के कार्य 8:34) 'प्रभु के दास' यह उपाधि बहुत प्रतिष्ठित है, जो इब्राहीम, मूसा और दाऊद जैसे भविष्यवक्ताओं को दी गई है। परन्तु यशायाह के चार गीत 'दास के गीत' (ISAIAH - 42:1-4, 49:1-7, 50:4-9, 52:13-53:12) के अनुसार दासत्व की एक अलग अवधारणा प्रकट होती है। ऊपर उल्लेखित दास की भूमिका भाई अन्द्रियास (संत एंड्रियूज़) की मृत्यु के उदहारण से स्पष्ट हो जाती है। भाई अन्द्रियास (संत एंड्रियूज़) जो पतरस के भाई थे जिनकी मृत्यु एक तिरछे सलीब पर हुई थी, रोम के लोग कभी-कभी इसका उपयोग मृत्यु दंड के लिए किया करते थे। इसलिए इसे संत अन्द्रियास का क्रूस कहा जाता है, जो अब स्कॉटलैंड देश के ध्वज पर भी अंकित है। आरम्भ में परमेश्वर चाहते थे कि सारी मानव जाति उनकी दास बने, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो परमेश्वर ने सारे इस्राएल को अपने दास के रूप में चाहा, परंतु परमेश्वर के चुने हुए इस्रालियो ने भी परमेश्वर को निराश किया। अंत में केवल यीशु ही एक ऐसे थे जो परमेश्वर के प्रति पूरी तरह से विश्वासयोग्य थे (इसे क्रूस के केन्द्र में सबसे संकरे भाग से दर्शाया गया है)। यह यीशु थे। यीशु ने वही प्रकट किया जो इस्रालियों को होना चाहिये था। यीशु ऐसे इस्राएली थे जिन्हें इस्राएल में भेजा गया था। पर वह एक सच्चे इस्राएली होने के बावजूद भी आम इस्रालियों से काफी अलग थे। पृथ्वी का कोई भी राजा या भविष्यवक्ता उसे पूरा नहीं कर सकता जिसका उल्लेख दास के सभी लेखांशों में किया गया है। फिर भी, यीशु इसे सिद्ध रूप से पूरा करते हैं। इस्राएल जहाँ विफल हुए, वहीं यीशु सफल हुए। परमेश्वर की यही योजना है, कि कलीसियाएं यीशु की सफलता से और पवित्र आत्मा के समर्थ से सफल हों और बढ़ती जाएं। इसलिए भाई अन्द्रियास (संत एंड्रियूज़) ने कोशिश की थी कि सारी कलीसिया के सदस्य परमेश्वर के सेवक बनें और सारी मानव जाति के मूल उद्देश्य को पूरा करें।

नीतिवचन 22:28-23:9

अपने सारे नेतृत्व कौशल का उपयोग दूसरों की सेवा के लिए करें

नीतिवचन की पुस्तक के लेखक हमें चिताते हैं, हम अपना जीवन व्यर्थ की बातों में और ढकोसलों में नष्ट ना करें (23:1–3)। धनी होने के लिये परिश्रम न करना; अपनी समझ का भरोसा छोड़ना। वह उकाब पक्षी की नाईं पंख लगा कर, नि:सन्देह आकाश की ओर उड़ जाता है, (वव.4-5)।

इसके बजाय, हम जो कार्य अच्छी तरह से कर सकते हैं उसी के लिए हम प्रोत्साहित हों। यदि तू ऐसा पुरूष देखे जो कामकाज में निपुण हो, तो वह राजाओं के सम्मुख खड़ा होगा; छोटे लोगों के सम्मुख नहीं, (नीतिवचन 22:29)। मैंनें बीते वर्षों में देखा है कि जो लोग नम्रता और कार्य कौशलता के साथ सेवा करते हैं परमेश्वर उन्हें प्रभावशाली बनाते हैं।

परमेश्वर हम आपका धन्यवाद करते हैं उन आदर्श उदाहरणों के लिए जो बिना किसी अपेक्षा के निरंतर आपकी सेवा में लगे हुए थे। आपका अनेको बार धन्यवाद कि आपने ऐसे दासों को प्रभावशाली ढंग से उठाया है।

गलातियों 3:10-25

यीशु मसीह के सर्वश्रेष्ठ सेवकपूर्ण नेतृत्व के लिए परमेश्वर को धन्यवाद दें

यीशु ने कहा है कि, जो लोग उनका अनुसरण करते है उन्हें अपने आसपास के लोगों की अपेक्षा अलग तरह से नेतृत्व करना चाहिये। उन्हें यहाँ वहाँ की व्यर्थ की बातें नहीं करनी चाहिए। हमें घमंडी और गर्वित नहीं होना चाहिए (मरकुस 10:42-45)। बल्कि हमें यीशु की तरह एक सेवक होते हुए अगुआ बनकर रहने के आदर्श गुण का अनुसरण करना चाहिये। क्योंकि मनुष्य का पुत्र इसलिये नहीं आया, कि उस की सेवा टहल की जाए, पर इसलिये आया, कि आप सेवा टहल करे, और बहुतों की छुड़ौती के लिये अपना प्राण दे (V.45)।

इस लेखांश में पौलुस हमें समझाते हैं कि हमें अपने पापों से मुक्त करने के लिए यीशु ने कैसे अपने जीवन का बलिदान दिया। सलीब उनके जीवन और सेवकाई की सर्वश्रेष्ठ अभिव्यक्ति है।

हम सब परमेश्वर की व्यवस्था का पालन करने में विफल हुए हैं। मूसा की व्यवस्था के अनुसार, 'जो व्यवस्था की पुस्तक का पालन नहीं करते हैं वे लोग श्रापित हैं' (गलातियों 3:10ब; व्यवस्थाविवरण 27:26)। हम सब श्रापित हैं क्योंकि हम सब व्यवस्था का पालन करने में विफल हुए हैं।

मसीह ने जो हमारे लिये श्रापित बना, हमें मोल लेकर व्यवस्था के श्राप से छुड़ाया (व.13अ)। पौलुस व्यवस्थाविवरण की पुस्तक की में दिखाते हैं जहाँ पर लिखा है कि, ' जो कोई काठ पर लटकाया जाता है वह श्रापित है (देखें व्यवस्थाविवरण 21:23)। ये क्रूसित होने का सरासर अपमान है। 'वह हमारे लिए श्रापित हुए और इसके साथ-साथ उन्होंने श्राप को मिटा दिया (व.13, एमएसजी)।

यीशु, परमेश्वर के सेवक, ने क्रूस पर जो कार्य किया उसके द्वारा आप नीतिवान बने, "यह इसलिये हुआ, कि इब्राहीम की आशीष मसीह यीशु में अन्यजातियों तक पंहुचे, और हम विश्वास के द्वारा उस आत्मा को प्राप्त करें, जिस की प्रतिज्ञा हुई है" (व.14)।

' निदान, प्रतिज्ञाएं इब्राहीम को, और उसके वंश को दी गईं;' (व.16अ)। पौलुस समझाते हैं कि यीशु परमेश्वर की प्रतिज्ञा हैं, क्योंकि ' वचन यह नहीं कहता, कि वंशों को; जैसे बहुतों के विषय में कहा, पर जैसे एक के विषय में कि तेरे वंश को: और वह मसीह हैं' (व.16ब)।

तब फिर व्यवस्था क्यों दी गई? (व. 19)। तो फिर व्यवस्था-विवरण का उद्देश्य क्या था? व्यवस्था विवरण के दो मुख्य उद्देश्य हैं। पहला ये हमें हमारे पापों के विषय में बताता है। हमें हमारी समस्याओं से अवगत कराता है। हमारे पापों की व्याख्या करता है और हमें ये पाप करने से रोकता है।

दूसरी, व्यवस्था हमें यीशु मसीह की ओर ले जाती है। व्यवस्था उस यूनानी अध्यापकों की तरह है जो बच्चों को विद्यालय ले जाते थे और उनको हर जोखिम और भ्रम से बचाते थे। ' इसलिये व्यवस्था मसीह तक पहुंचाने के लिए हमारी शिक्षक हुई है, कि हम विश्वास से धर्मी ठहरें' (व. 24)।

परमेश्वर के सर्वेश्रेष्ट सेवक यीशु मसीह ने हमारे पापों के लिए श्रापित होकर व्यवस्था के श्राप को हमारे ऊपर से हटा दिया। यीशु मसीह ने अपने बलिदान के द्वारा बहुतों को उनके पापों से छुटकारा दिलाया। उनके इस बलिदान के कारण हम सब अपने पापों से मुक्त हुए ताकि हम परमेश्वर के सेवक बन सकें।

परमेश्वर आपकी इस सर्वेश्रेष्ठ सेवा के लिये आपको कोटि कोटि धन्यवाद। आपने हमारे श्राप अपने ऊपर ले लिये जो मुझ पर पड़ने चाहिये थे। आपने मेरे विश्वास के द्वारा मुझे इन पापों से छुड़ाया और अपनी सेवा के लिए मुझे चुना।

यशायाह 41:1-42:25

यीशु मसीह के आदर्शों का पालन करें : नेतृत्व करने के लिए सेवा करें

हर एक टोपी, हर एक बिल्ले और हर एक पट्टे पर आदर्श वाक्य यही होना चाहिए “नेतृत्व करने के लिए सेवा करें”। जे. ओसवाल्ड सैंडर्स के अनुसार 'सही और सच्चा नेतृत्व सभी की नि:स्वार्थ सेवा करना है, ना कि उन लोगों से अपनी सेवा करवाना।'

जैसा कि हमने पवित्र शास्त्र - बाइबल में पढ़ा है कि, आरम्भ में परमेश्वर ने इस्रालियों को अपनी सेवा के लिए चुना था। परमेश्वर ने इस्रालियों को सामर्थ देने और उनकी सहायता करने का वचन दिया था (41:8-9)।

मगर इस्राएली इस सेवा में विफल हुए और कई मुसीबतों में फंस गए। शारीरिक तौर से 20/20 संपूर्ण शारीरिक दृष्टि पाना संभव है पर हम अब भी आध्यात्मिक तौर से नासमझ और विवेकशून्य हो सकते हैं: 'मेरे दास के सिवाय कौन अन्धा है? और मेरे भेजे हुए दूत के तुल्य कौन बहरा है? मेरे मित्र के समान कौन अन्धा था यहोवा के दास के तुल्य अन्धा कौन है?' (42:19)।

यशायाह ने पहले से ही परमेश्वर के एक और सेवक को देख लिया था:

'मेरे दास को देखो जिसे मैं संभाले हूँ, मेरे चुने हुए को, जिस से मेरा जी प्रसन्न है;

मैंने उस में अपनी आत्मा रखी है, वह अन्यजातियों के लिये न्याय प्रकट करेगा।

न वह चिल्लाएगा और न ऊंचे शब्द से बोलेगा, न सड़क में अपनी वाणी सुनायेगा।

कुचले हुए नरकट को वह न तोड़ेगा और न टिमटिमाती बत्ती को बुझाएगा;

वह सच्चाई से न्याय चुकाएगा।

वह न थकेगा और न हियाव छोड़ेगा जब तक वह न्याय को पृथ्वी पर स्थिर न करे;'

(वव.1-4अ).

मत्ती बताता है कि यीशु ने इन वचनो को पूरा किया, जैसा कि यशायाह के लेखांश में सभी अन्य सेवकों ने किया था (यशायाह 49:1-7; 50:4-9; 52:13-53:12)। यीशु जातियों के लिए प्रकाश ठहरेंगे..... अंधों की आँखें खोलेंगे..... बंधुओं को बन्दीगृह से निकालेंगे..... और जो अंधियारे में बैठें हैं उन्हें कालकोठरी से निकालेंगे' (42:6-7)।

यीशु ने आपके लिए जो किया है उसके परिणामस्वरूप, ये अद्भुत वायदे आप के लिए पूरे होंगें:

'मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूँ,

इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ;

मैं तुझे दृढ़ करूंगा और तेरी सहायता करूंगा,

अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सभाले रहूंगा' (41:10)।

'मैं अन्धों को एक मार्ग से ले चलूंगा जिसे वे नहीं जानते और उन को ऐसे पथों से चलाऊंगा जिन्हें वे नहीं जानते। उनके आगे मैं अन्धियारे को उजियाला करूंगा और टेढ़े मार्गों को सीधा करूंगा।' (42:16)।

प्रभु यीशु आपको धन्यवाद कि आपने ही इस भविष्यवाणी को पूरा किया और यह कि आप अपनी महिमा किसी और को नहीं देंगे (व.8)। दीनता और नम्रता का आदर्श बनने के लिए आपको धन्यवाद। आपको धन्यवाद कि आप हमें परमेश्वर का सेवक बनाने के लिए बुलाते हैं। आपके आदर्शों का अनुसरण करने के लिए मेरी मदद कीजिये।

Pippa Adds

यशायाह 41:9-10

" तू मेरा दास है, मैं ने तुझे चुना है और तजा नहीं; मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूँ, इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ; मैं तुझे दृढ़ करूंगा और तेरी सहायता करूंगा, अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्हाले रहूंगा "

सांत्वना देने वाले अद्भुत वचन, खासकर परेशानी के समय में।

References

जे. ओस्वाल्ड सॅन्डर्स, स्प्रिच्युअल लीडरशिप, (मूडी पब्लिशर्स, 2007) जहाँ पर कुछ बताया न गया हो, उन वचनों को पवित्र बाइबल, न्यू इंटरनैशनल संस्करण एन्ग्लिसाइड से लिया गया है, कॉपीराइट © 1979, 1984, 2011 बिबलिका, पहले इंटरनैशनल बाइबल सोसाइटी, हूडर और स्टोगन पब्लिशर की अनुमति से प्रयोग किया गया, एक हॅचेट यूके कंपनी सभी अधिकार सुरक्षित। ‘एनआईवी’, बिबलिका यू के का पंजीकृत ट्रेडमार्क संख्या 1448790 है। जिन वचनों को (एएमपी, AMP) से चिन्हित किया गया है उन्हें एम्प्लीफाइड® बाइबल से लिया गया है. कॉपीराइट © 1954, 1958, 1962, 1964, 1965, 1987 लॉकमैन फाउंडेशन द्वारा प्राप्त अनुमति से उपयोग किया गया है। ([www.Lockman.org](http://www.Lockman.org)) जिन वचनों को (एमएसजी MSG) से चिन्हित किया गया है उन्हें मैसेज से लिया गया है। कॉपीराइट © 1993, 1994, 1995, 1996, 2000, 2001, 2002. जिनका प्रयोग एनएवीप्रेस पब्लिशिंग ग्रुप की अनुमति से किया गया है।

About this Plan

निक्की गम्बेल के साथ एक साल में बाईबल 2024

यह योजना एक वाचक को पुरे साल में प्रति दिन वचनों की परिपूर्णता में, पुराने नियम, नये नियम, भजनसंहिता और नीतिवचनोंको पढ़ने के सात सात ले चलती हैं ।

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