यीशु के सम्मुखनमूना

यीशु के सम्मुख

दिन 38 का 40

यीशु ने उस अपराध के लिये क्रूस की सज़ा पायी जो उन्होंने नहीं किया और उन लोगों के लिए पायी जिन्हें यह तक पता नहीं था कि उन्होंने क्या किया था।अपने अंतिम क्षणों में, यीशु ने अन्य अपराधियों में से एक के साथ बातचीत की जो उसके बगल में लटकाए गए थे। यह आदमी इस बात से बहुत अवगत था कि यीशु कौन था और अपराधियों के बगल में उसका मारा जाना कितना अनुचित था। यीशु से उसकी विनती ने उसकी मंजिल को हमेशा के लिए बदल डाला। उसने यीशु से कहा जब तू अपने राज्य में आए, तो मेरी सुधि लेना और यीशु ने उससे कहा कि तू स्वर्ग में मेरे साथ होगा। कितना सुन्दर आश्वासन है। यह यीशु में प्रत्येक विश्वासी के लिए उसकी मंजिल है, बशर्ते वे मजबूत बने रहें और अंत तक सहते रहें।

अपने आप से पूछने के लिए प्रश्न:
क्या आप यीशु में अनन्त जीवन के बारे में आश्वस्त हैं?
क्या आपको अपने जीवन को पूरी तरह से उसके लिए फिर से प्रतिबद्ध करने की आवश्यकता है?

इस योजना के बारें में

यीशु के सम्मुख

उपवास काल का समय हमारे अनन्त परमेश्वर से जुड़ी परिचित सच्चाईयों पर पुनः विचार करने का एक अतुल्य समय रहता है]जिसने हमारे बीच में और हम में डेरा किया। हमारी यह कामना है कि इस बाइबल योजना के द्वारा] आप 40 दिनों में प्रतिदिन परमेश्वर के वचन में अपना कुछ समय व्यतीत करेगें जो यीशु मसीह को बिल्कुल नये स्तर पर जानने में आपकी अगुवाई करता है।

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए वी आर सिय्योन को धन्यवाद देना चाहते हैं। और अधिक जानकारी के लिए कृपया विजिट करें: https://www.instagram.com/wearezion.in/