1 कुरिन्थियों 10
10
मूरत्याँ का विरोद में चेतावणी
1 #
निर 13:21,22;
निर 14:22–29
हो भायाँ, मूँ ने छाऊँ के, थाँ ईं बात भुल जावो के, आपणाँ बड़ाबा वादळा का रेटे रेन हाराई का हाराई लाल समन्द का बंच में वेन पार व्या हा। 2अन वणा हाराई ने वादळा रेटे जमीं पे अन समन्द में, मूसा ने मानबावाळा का रूप में बतिस्मो दिदो ग्यो। 3#निर 16:35अन वणा हाराई एकीस आत्मिक खाणो खादो हो। 4#निर 17:6अन हाराई एकीस आत्मिक पाणी पिदो, काँके वीं वणी आत्मिक छाटऊँ पीता हा, ज्यो वाँका हाते-हाते चालती ही अन वाँ छाट मसी हे। 5पण परमेसर वाँका मूँ नरईऊँ राजी ने व्या, ईं वाते वाँको काकड़ में नास वेग्यो हो।
6ईं बाताँ अस्यान वी के, आपणाँ वाते एक हिक बणगी अन आपाँ अस्यी बुरी बाताँ की मनसा ने करा जस्यी वणा किदी ही। 7#निर 32:6अन ने थाँ मूरत्याँ पूजबावाळो बणो, जस्यान वाँका मूँ नरई बणग्या हा। जस्यान लिक्यो हे के, “खा-पीन लुगायाँ अन मनक भेळाई नाचबा लाग्या।” 8अन ने आपीं कुकरम कराँ, जस्यान के वणा मूँ नरई किदो हो, अणीऊँस वाँका मूँ एक दन में तेईस हजार मरग्या हाँ। 9अन ने आपीं मसी की परक कराँ, जस्यान वणा किदी ही अन वीं हाँप के डसबाऊँ मरग्या हा। 10अन ने सिकायत कराँ जस्यान वणा मूँ नरई किदी ही अन अणीऊँस वाँको नास दण्ड देबावाळे हरग-दुतऊँ व्यो हो।
11पण ईं हारी बाताँ, ज्यो वाँका पे अस्यान घटी के वाँका वाते एक हिक वीं अन आपणे चेतावणी का वाते लिकी गी काँके दनियाँ की अन्त टेम नके हे।
12ईं वाते ज्यो ओ होचे के, वो विस्वास में सई ऊबो तको हे, तो वींने ध्यान राकणो छावे के, वो रेटे ने पड़ जावे। 13थाँ कदी भी अस्यी परिकसा में ने नाक्या जावो ज्याँ थाँके सेण करबाऊँ बारणे हे। परमेसर तो हाँचा हे। वीं थाँने थाँकी सेण करबा की तागतऊँ हेला परकबा ने देई अन थाँने परिकसा का हाते वणीऊँ बंचबा को गेलो भी बताई ताँके थाँ वींने सेण कर सको।
14ईं वाते हो मारा प्यारा भायाँ, मूरती पूँजाऊँ बंचन रो। 15मूँ थाँने हमजदार हमजन ओ केरियो हूँ, ज्यो मूँ केरियो हूँ वींकी थाँ खुद परक करो। 16#मत्ती 26:26–28; मर 14:22–24; लूका 22:19,20वो धन्नेवाद को प्यालो, जिंपे आपीं धन्नेवाद कराँ हाँ, कई आपीं मसी का लुई में भेळा कोयने? वाँ रोटी जिंने आपीं तोड़ा हाँ, कई मसी की देह में आपीं भेळा कोयने? 17काँके एकीस रोटी हे अन आपीं ज्यो नरई हाँ, एकीस देह हाँ, काँके आपीं हाराई वणीस रोटी में भागी वेवा हाँ।
18वणा इजराएली मनकाँ का बारा में होचो, ज्यो बली किदी तकी चिजाँ खावे हे। कई वीं वणी वेदी में भेळा कोयने हे? 19ईं बात ने केवा को मारो मतलब कई हे? कई मूँ ओ केणो छारियो हूँ के, मूरत्याँ पे चड़ायो ग्यो खाणो कई हे कन मूरती कई हे? 20#वे.वि 32:17ने, मारा केवा को मतलब ओ हे के, वीं अधरमी ज्यो बली चड़ावे हे, वीं परमेसर का वाते ने, पण हुगली आत्मा का वाते चड़ावे हे। अन मूँ ने छावूँ के, थाँ हुगली आत्मा के भेळा रेवो। 21थाँ परबू का प्याला मूँ अन हुगली आत्मा का प्यालो मूँ दुयाऊँ ने पीं सको हो। थाँ परबू का भोज अन हुगली आत्मा का भोज, दुयाँ में एक हाते भागी ने वे सको हो। 22#वे.वि 32:21कई आपीं परबू ने गुस्सा देवाड़ा हा? कई जतरा तागतवर परमेसर हे वाँकाऊँ आपीं हेला तागतवर हा?
आपणी आजादी ने परमेसर की मेमा का वाते काम में लो।
23 #
1 कुरि 6:12
आपाँ होरोई करबा का वाते खुला हाँ, पण हारी चिजाँ हव ने हे। आपाँ हारोई करबा का वाते खुला हाँ, पण हारी चिजाँ विस्वास ने गाटो ने करे हे। 24कने भी आपणाँ हवारत का बारा मेंईस ने होचणो छावे पण दूजाँ लोगाँ की जरूत का बारा में भी होचणो छावे।
25माँस का बजार में ज्यो कई वके हे, वींने आपणाँ मन का हस्याबूँ खावो पण वींका बारा में कदी सवाल मती करो। 26#भज 24:1काँके सास्तर केवे हे के, “आ धरती अन ईंपे ज्यो कई हे, वो हारोई परबू को हे।”
27यद्याँ विस्वास ने राकबावाळा थाँने जीम्बा का वाते बलावे अन थाँ वटे जाणा छावो हो तो, थाँके हामे ज्यो भी परोस्योग्यो वींने मनऊँ खा लिज्यो अन वणीऊँ कई सवाल मती करज्यो। 28पण यद्याँ कुई थाँने ओ केवे के, “यो देवताँ के चड़ायो तको चड़ावो हे” तो जणी थाँने क्यो हे वींके मस अन अतंर-आत्मा का मस वींने मती खाज्यो। 29मारो मतलब, थाँकी अतंर-आत्माने, पण वीं दूजाँ की, काँके मारी आजादी दूजाँ का बच्यारऊँ काँ परकी जावे। 30यद्याँ मूँ परमेसर को धन्नेवाद देन खाणा में भाग लेऊँ तो, वींका वाते मने कुई भी कई ने केणो छावे।
31ईं वाते छावे ज्यो खावो, छावो ज्यो पियो, छावो ज्यो करो, बेस हारोई परमेसर की मेमा का वाते करो। 32थाँ कदी भी ने तो यहूदियाँ अन ने ज्यो यहूदी ने हा अन ने परमेसर की मण्डळ्याँ का वाते ठोकर का मस बणज्यो। 33जस्यान मूँ हारी बाताँऊँ हाराई ने राजी राकूँ हूँ, अन आपणो ने पण दूजाँ को नफो देकूँ हूँ के, वीं बंचाया जावे, वस्यानीस थाँ भी करिया करो।
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