हाँव प्रार्थना करू, के आप्णें मंन की आखें के त्तेज-प्रकाष शो तुऐं जाँणी पाँव, के तिनका बुलावे के कारण, तुँओं लोगों का भूर्षा कैत्रा बंडा असो; अरह् तिनू पबित्र लोगो के जजाऐत्त की बंड़ियाई को धंन कैष्णों असो। अरह् तिनकी शक्त्ति जू आँमों खे देऐ थई, तिन्दे के बरा-बरी तुल्णा किनदी आरी ने हंदी; अरह् से बैजाऐ बड़ी असो, सेजी शक्त्ति आप्णी बड़ी असरदार लई कैत्री महाँन असो। पंण्मिश्वर ऐ मसीया के जाँणें तियों शक्त्ति पर्गट करी, जबे तिन्ऐं मसीया मँरे अँदे मुझ्शे ऊबे जियाल़ियों अरह् स्वर्गो दे आप्णी सुऐं ढबे बईठाल़ी दिते। पंण्मिश्वर मसीया खे सोभी हाकमों अधिकारियों अरह् शक्त्ति, अरह् शक्त्तिशाली लोगो गाशी का हंक देऐ थुवा, ऐजो सिर्फ ऐसी ज़ूगौ खे ही ने परह् आणों वाल़े ज़ूगौ-ज़ूगौ खे भे असो