बोई छ ज्यो एकात न्अ खास थरपेड़ा, एकात न्अ परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा, एकात न्अ चोखा समचार को हलकारो देबाळा, एकात न्अ परमेसर का मनखा का गुवाळ अर सखाबाळा बणायो। मसी बान्अ ई बजेसुं बणायो क ब परमेसर का पवितर मनखा न्अ सेवा क ताणी त्यार करअ जिसुं बीकी काया तगड़ी होती जावे। यो, सबळा बस्वासी न्अ परमेसर का छोरा का ज्ञान मं अर बस्वास मं एक होबा ताणी अर मसी का सबळा गुणा मं पाका होबा ताणी होवेलो।