रोमियो 6:1-2
रोमियो 6:1-2 BTP25
हम काहिन कहि, कि हम पाप करतै रही? भगवान के अनुगरह अपन उप्पर होत रहे। बिलकुन नेहको, हइ कसना सम्भव हबै, कि हम जउन पाप के परति मर चुके हबै, उहै हे जीवन गुजारी।
हम काहिन कहि, कि हम पाप करतै रही? भगवान के अनुगरह अपन उप्पर होत रहे। बिलकुन नेहको, हइ कसना सम्भव हबै, कि हम जउन पाप के परति मर चुके हबै, उहै हे जीवन गुजारी।