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कुलुसियों हेंद-पेचाण

हेंद-पेचाण
फोरा एसिया में इपिसुस नगर के उगमणी दसा में बस्या तका कुलुसियों का नगर का विस्वास्याँ की मण्डली ने पोलुस ओ कागद लिक्यो हे। अणी विस्वास्याँ की मण्डली ने पोलुस ने बणई ही, पण आ वणी जगाँ में ही जटे पोलुस काम किदो हो। जस्यान रोम राज का परदेस अखाया की राजदानी इपिसुस मेंऊँ सेवकाँ ने पोलुस खन्दाया। पोलुस ने अणी बात को पतो पड़्यो के, कुलुस्से नगर की मण्डली में कुईक गलत बाताँ हिकाबावाळा हे, ईं परमेसर ने जाणवा अन छुटकारो पाबा का वाते मनकाँ ने थोड़ाक मान्याँ तका आत्मिक बड़ाबा अन अदिकारियाँ ने पूजबा की हिक पे जोर देता हा। ईं केता हा के, थोड़ीक मान्या तका नेम जस्यान खतनो, खाणो-पिणो अन अस्यान की ओरू भी कल्डा नेम को पालण करणो जरूरी हे।
अणा बाताँ को विरोद करबा का वाते पोलुस हव हमच्यार का हाते यो कागद लिक्यो। वींकी खास बात या ही के, “ईसू मसीइस पूरो छुटकारो दे सके हे, अन अस्यान का विदी-विदान अन विस्वास मनकाँ ने वणीऊँ छेटी करे हे। मसीऊँस परमेसर अणी दनियाँ की रचना किदी अन वींका खुनऊँइस ईंने आपणाँ नके लायो हे। खाली मसी मेंईस दनियाँ का छूटकारा की आस हे।” ईं वाते पोलुस विस्वास्याँ का जीवन का वाते अणी मान हिक को मतलब बतावे हे। या ध्यान देबावाळी बात हे के, तुखिकुस, ज्यो पोलुस का अणी कागद ने लिक्यो हो, वींका हाते उनेसिमुस भी हो। यो वोईस हो जिंका वाते पोलुस फिलेमोन ने कागद लिक्यो हो।
रूप-रेखा
भुमिका 1:1–8
मसी को हभाव 1:9—2:19
मसी में नुवो जीवन 2:20—4:6
आकरी बाताँ 4:7–18

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