फिर इस्राएल के कुछ पुरनिये मेरे पास आकर मेरे सामने बैठ गए। तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा, “हे मनुष्य के सन्तान, इन पुरुषों ने तो अपनी मूरतें अपने मन में स्थापित कीं, और अपने अधर्म की ठोकर अपने सामने रखी है; फिर क्या वे मुझ से कुछ भी पूछने पाएँगे? इसलिये तू उन से कह, प्रभु यहोवा यों कहता है : इस्राएल के घराने में से जो कोई अपनी मूरतें अपने मन में स्थापित करके, और अपने अधर्म की ठोकर अपने सामने रखकर भविष्यद्वक्ता के पास आए, उसको मैं यहोवा, उसकी बहुत सी मूरतों के अनुसार ही उत्तर दूँगा, जिस से इस्राएल का घराना, जो अपनी मूरतों के द्वारा मुझे त्यागकर दूर हो गया है, उन्हें मैं उन्हीं के मन के द्वारा फँसाऊँगा। “इसलिये इस्राएल के घराने से कह, प्रभु यहोवा यों कहता है : फिरो और अपनी मूरतों को पीठ के पीछे करो; और अपने सब घृणित कामों से मुँह मोड़ो। क्योंकि इस्राएल के घराने में से और उसके बीच रहनेवाले परदेशियों में से भी कोई क्यों न हो, जो मेरे पीछे हो लेना छोड़कर अपनी मूरतें अपने मन में स्थापित करे, और अपने अधर्म की ठोकर अपने सामने रखे, और तब मुझ से अपनी कोई बात पूछने के लिए भविष्यद्वक्ता के पास आए, तो उसको मैं यहोवा आप ही उत्तर दूँगा। मैं उस मनुष्य के विरुद्ध होकर उसको विस्मित करूँगा, और चिह्न ठहराऊँगा; और उसकी कहावत चलाऊँगा और उसे अपनी प्रजा में से नष्ट करूँगा; तब तुम लोग जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ।
Read यहेजकेल 14
Listen to यहेजकेल 14
Share
Compare All Versions: यहेजकेल 14:1-8
Save verses, read offline, watch teaching clips, and more!
YouVersion uses cookies to personalize your experience. By using our website, you accept our use of cookies as described in our Privacy Policy
Home
Bible
Plans
Videos