YouVersion Logo
Search Icon

1 इतिहास 5

5
रूबेन की वंशावली
1इस्राएल का जेठा तो रूबेन था, परन्तु उसने जो अपने पिता के बिछौने को अशुद्ध किया, इस कारण जेठे का अधिकार इस्राएल के पुत्र यूसुफ के पुत्रों को दिया गया।#उत्प 35:22; 49:3,4 वंशावली जेठे के अधिकार के अनुसार नहीं ठहरी। 2यद्यपि यहूदा अपने भाइयों पर प्रबल हो गया, और प्रधान उसके वंश से हुआ परन्तु जेठे का अधिकार यूसुफ का था।#उत्प 49:8–10 3इस्राएल के जेठे पुत्र रूबेन के पुत्र ये हुए : अर्थात् हनोक, पल्‍लू, हेस्रोन और कर्मी। 4योएल का पुत्र शमायाह, शमायाह का गोग, गोग का शिमी, 5शिमी का मीका, मीका का रायाह, रायाह का बाल, 6और बाल का पुत्र बेरा, इसको अश्शूर का राजा तिलगतपिलनेसेर#5:6 अथवा, तिग्लत्पिलेसेर बन्दी बना कर ले गया;#2 राजा 15:29 वह रूबेनियों का प्रधान था। 7उसके भाइयों की वंशावली के लिखते समय वे अपने अपने कुल के अनुसार ये ठहरे; अर्थात् मुख्य तो यीएल, फिर जकर्याह, 8और अजाज का पुत्र बेला जो शेमा का पोता और योएल का परपोता था, वह अरोएर में और नबो और बाल्मोन तक रहता था। 9पूर्व की ओर वह उस जंगल की सीमा तक रहा जो परात महानद तक पहुँचाता है, क्योंकि उनके पशु गिलाद देश में बढ़ गए थे। 10शाऊल के दिनों में उन्होंने हग्रियों से युद्ध किया, और हग्री उनके हाथ से मारे गए; तब वे गिलाद के सम्पूर्ण पूर्वी भाग में अपने डेरों में रहने लगे।
गाद की वंशावली
11गादी उनके सामने सल्का तक बाशान देश में रहते थे। 12अर्थात् मुख्य तो योएल, और दूसरा शापाम, फिर यानै और शापात, ये बाशान में रहते थे। 13उनके भाई अपने अपने पितरों के घरानों के अनुसार मीकाएल, मशुल्‍लाम, शेबा, योरै, याकान, जी, और एबेर, सात थे। 14ये अबीहैल के पुत्र थे जो हूरी का पुत्र था, यह योराह का पुत्र, यह गिलाद का पुत्र, यह मिकाएल का पुत्र, यह यशीशै का पुत्र, यह यहदो का पुत्र, यह बूज का पुत्र था। 15इनके पितरों के घरानों का मुख्य पुरुष अब्दीएल का पुत्र था, और गूनी का पोता अही था। 16ये लोग बाशान में, गिलाद और उसके गाँवों में, और शारोन की सब चराइयों में उसकी दूसरी ओर तक रहते थे। 17इन सभों की वंशावली यहूदा के राजा योताम के दिनों और इस्राएल के राजा यारोबाम के दिनों में लिखी गई।
पूर्व में रहनेवाले गोत्रों की सेनाएँ
18रूबेनियों, गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के योद्धा जो ढाल बाँधने, तलवार चलाने, और धनुष के तीर छोड़ने के योग्य और युद्ध करना सीखे हुए थे, वे चौवालीस हज़ार सात सौ साठ थे, जो युद्ध में जाने के योग्य थे। 19इन्होंने हग्रियों और यतूर, नापीश और नोदाब से युद्ध किया था। 20उनके विरुद्ध इनको सहायता मिली, और अग्री उन सब समेत जो उनके साथ थे उनके हाथ में कर दिए गए; क्योंकि युद्ध में इन्होंने परमेश्‍वर की दोहाई दी थी और उसने उनकी विनती इस कारण सुनी कि इन्होंने उस पर भरोसा रखा था। 21इन्होंने उनके पशु हर लिए, अर्थात् ऊँट तो पचास हज़ार, भेड़–बकरी ढ़ाई लाख, गदहे दो हज़ार, और मनुष्य एक लाख बन्दी बना करके ले गए। 22बहुत से मरे पड़े थे क्योंकि वह लड़ाई परमेश्‍वर की ओर से हुई। ये उनके स्थान में बँधुआई#5:22 लगभग 733 ईस्वी पूर्व में अश्शूरी राज्य ने उत्तरी इस्राएल और यरदन पार के इस्राएली क्षेत्रों पर विजय प्राप्त की और लोगों को बँधुआई में ले गया के समय तक बसे रहे।
पूर्व में बसे मनश्शे के लोग
23फिर मनश्शे के आधे गोत्र की सन्तान उस देश में बसे, और वे बाशान से ले बाल्हेर्मोन, और सनीर, और हेर्मोन पर्वत तक फैल गए। 24उनके पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष ये थे : अर्थात् एपेर, यिशी, एलीएल, अज्रीएल, यिर्मयाह, होदव्याह और यहदीएल; ये बड़े वीर और नामी और अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष थे।
पूर्व में बसे गोत्रों का बँधुआई में जाना
25परन्तु उन्होंने अपने पितरों के परमेश्‍वर से विश्‍वासघात किया, और उस देश के लोग जिनका परमेश्‍वर ने उनके सामने से विनाश किया था, उनके देवताओं के पीछे व्यभिचारिन के समान हो लिए। 26इसलिये इस्राएल के परमेश्‍वर ने अश्शूर के राजा पूल और अश्शूर के राजा तिलगतपिलनेसेर का मन उभारा, और इन्होंने उन्हें अर्थात् रूबेनियों, गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के लोगों को बन्दी बना करके हलह, हाबोर, और हारा, और गोजान नदी के पास पहुँचा दिया;#2 राजा 15:19,29; 17:6 और वे आज के दिन तक वहीं रहते हैं।

Highlight

Share

Copy

None

Want to have your highlights saved across all your devices? Sign up or sign in

YouVersion uses cookies to personalize your experience. By using our website, you accept our use of cookies as described in our Privacy Policy