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1 योहन 2:6-12

1 योहन 2:6-12 HINCLBSI

जो व्यक्‍ति कहता है कि मैं उस में निवास करता हूँ, उसे वैसा ही आचरण करना चाहिए, जैसा आचरण मसीह ने किया। प्रियो! मैं तुम्‍हें कोई नयी आज्ञा नहीं लिख रहा हूँ। यह वही पुरानी आज्ञा है, जो प्रारम्‍भ से ही तुम्‍हें प्राप्‍त है। यह पुरानी आज्ञा वह वचन है, जिसे तुम सुन चुके हो। फिर भी जो आज्ञा मैं तुम्‍हें लिख रहा हूँ, वह नयी है। वह नयी इसलिए है कि वह मसीह में चरितार्थ हुई और तुम में भी चरितार्थ हो रही है; क्‍योंकि अन्‍धकार हट रहा है और सत्‍य की ज्‍योति अब चमकने लगी है। जो कहता है कि मैं ज्‍योति में हूँ और अपने भाई अथवा बहिन से बैर करता है, वह अब तक अन्‍धकार में है। जो अपने भाई अथवा बहिन से प्रेम करता है, वही ज्‍योति में निवास करता है और कोई कारण नहीं कि उसे ठोकर लगे। परन्‍तु जो अपने भाई अथवा बहिन से बैर करता है, वह अन्‍धकार में है और अन्‍धकार में चलता है। वह यह नहीं जानता कि वह कहाँ जा रहा है; क्‍योंकि अन्‍धकार ने उसे अन्‍धा बना दिया है। बच्‍चो! मैं तुम्‍हें इसलिए लिख रहा हूँ कि येशु के नाम के कारण तुम्‍हारे पाप क्षमा किये गये हैं।

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1 योहन 2:6-12 - जो व्यक्‍ति कहता है कि मैं उस में निवास करता हूँ, उसे वैसा ही आचरण करना चाहिए, जैसा आचरण मसीह ने किया।

प्रियो! मैं तुम्‍हें कोई नयी आज्ञा नहीं लिख रहा हूँ। यह वही पुरानी आज्ञा है, जो प्रारम्‍भ से ही तुम्‍हें प्राप्‍त है। यह पुरानी आज्ञा वह वचन है, जिसे तुम सुन चुके हो। फिर भी जो आज्ञा मैं तुम्‍हें लिख रहा हूँ, वह नयी है। वह नयी इसलिए है कि वह मसीह में चरितार्थ हुई और तुम में भी चरितार्थ हो रही है; क्‍योंकि अन्‍धकार हट रहा है और सत्‍य की ज्‍योति अब चमकने लगी है।
जो कहता है कि मैं ज्‍योति में हूँ और अपने भाई अथवा बहिन से बैर करता है, वह अब तक अन्‍धकार में है। जो अपने भाई अथवा बहिन से प्रेम करता है, वही ज्‍योति में निवास करता है और कोई कारण नहीं कि उसे ठोकर लगे। परन्‍तु जो अपने भाई अथवा बहिन से बैर करता है, वह अन्‍धकार में है और अन्‍धकार में चलता है। वह यह नहीं जानता कि वह कहाँ जा रहा है; क्‍योंकि अन्‍धकार ने उसे अन्‍धा बना दिया है।

बच्‍चो! मैं तुम्‍हें इसलिए लिख रहा हूँ कि येशु के नाम के कारण तुम्‍हारे पाप क्षमा किये गये हैं।1 योहन 2:6-12 - जो व्यक्‍ति कहता है कि मैं उस में निवास करता हूँ, उसे वैसा ही आचरण करना चाहिए, जैसा आचरण मसीह ने किया।

प्रियो! मैं तुम्‍हें कोई नयी आज्ञा नहीं लिख रहा हूँ। यह वही पुरानी आज्ञा है, जो प्रारम्‍भ से ही तुम्‍हें प्राप्‍त है। यह पुरानी आज्ञा वह वचन है, जिसे तुम सुन चुके हो। फिर भी जो आज्ञा मैं तुम्‍हें लिख रहा हूँ, वह नयी है। वह नयी इसलिए है कि वह मसीह में चरितार्थ हुई और तुम में भी चरितार्थ हो रही है; क्‍योंकि अन्‍धकार हट रहा है और सत्‍य की ज्‍योति अब चमकने लगी है।
जो कहता है कि मैं ज्‍योति में हूँ और अपने भाई अथवा बहिन से बैर करता है, वह अब तक अन्‍धकार में है। जो अपने भाई अथवा बहिन से प्रेम करता है, वही ज्‍योति में निवास करता है और कोई कारण नहीं कि उसे ठोकर लगे। परन्‍तु जो अपने भाई अथवा बहिन से बैर करता है, वह अन्‍धकार में है और अन्‍धकार में चलता है। वह यह नहीं जानता कि वह कहाँ जा रहा है; क्‍योंकि अन्‍धकार ने उसे अन्‍धा बना दिया है।

बच्‍चो! मैं तुम्‍हें इसलिए लिख रहा हूँ कि येशु के नाम के कारण तुम्‍हारे पाप क्षमा किये गये हैं।1 योहन 2:6-12 - जो व्यक्‍ति कहता है कि मैं उस में निवास करता हूँ, उसे वैसा ही आचरण करना चाहिए, जैसा आचरण मसीह ने किया।

प्रियो! मैं तुम्‍हें कोई नयी आज्ञा नहीं लिख रहा हूँ। यह वही पुरानी आज्ञा है, जो प्रारम्‍भ से ही तुम्‍हें प्राप्‍त है। यह पुरानी आज्ञा वह वचन है, जिसे तुम सुन चुके हो। फिर भी जो आज्ञा मैं तुम्‍हें लिख रहा हूँ, वह नयी है। वह नयी इसलिए है कि वह मसीह में चरितार्थ हुई और तुम में भी चरितार्थ हो रही है; क्‍योंकि अन्‍धकार हट रहा है और सत्‍य की ज्‍योति अब चमकने लगी है।
जो कहता है कि मैं ज्‍योति में हूँ और अपने भाई अथवा बहिन से बैर करता है, वह अब तक अन्‍धकार में है। जो अपने भाई अथवा बहिन से प्रेम करता है, वही ज्‍योति में निवास करता है और कोई कारण नहीं कि उसे ठोकर लगे। परन्‍तु जो अपने भाई अथवा बहिन से बैर करता है, वह अन्‍धकार में है और अन्‍धकार में चलता है। वह यह नहीं जानता कि वह कहाँ जा रहा है; क्‍योंकि अन्‍धकार ने उसे अन्‍धा बना दिया है।

बच्‍चो! मैं तुम्‍हें इसलिए लिख रहा हूँ कि येशु के नाम के कारण तुम्‍हारे पाप क्षमा किये गये हैं।1 योहन 2:6-12 - जो व्यक्‍ति कहता है कि मैं उस में निवास करता हूँ, उसे वैसा ही आचरण करना चाहिए, जैसा आचरण मसीह ने किया।

प्रियो! मैं तुम्‍हें कोई नयी आज्ञा नहीं लिख रहा हूँ। यह वही पुरानी आज्ञा है, जो प्रारम्‍भ से ही तुम्‍हें प्राप्‍त है। यह पुरानी आज्ञा वह वचन है, जिसे तुम सुन चुके हो। फिर भी जो आज्ञा मैं तुम्‍हें लिख रहा हूँ, वह नयी है। वह नयी इसलिए है कि वह मसीह में चरितार्थ हुई और तुम में भी चरितार्थ हो रही है; क्‍योंकि अन्‍धकार हट रहा है और सत्‍य की ज्‍योति अब चमकने लगी है।
जो कहता है कि मैं ज्‍योति में हूँ और अपने भाई अथवा बहिन से बैर करता है, वह अब तक अन्‍धकार में है। जो अपने भाई अथवा बहिन से प्रेम करता है, वही ज्‍योति में निवास करता है और कोई कारण नहीं कि उसे ठोकर लगे। परन्‍तु जो अपने भाई अथवा बहिन से बैर करता है, वह अन्‍धकार में है और अन्‍धकार में चलता है। वह यह नहीं जानता कि वह कहाँ जा रहा है; क्‍योंकि अन्‍धकार ने उसे अन्‍धा बना दिया है।

बच्‍चो! मैं तुम्‍हें इसलिए लिख रहा हूँ कि येशु के नाम के कारण तुम्‍हारे पाप क्षमा किये गये हैं।

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