वह करे कि आपके दिलों की आँखें रौशन हो जाएँ। क्योंकि फिर ही आप जान लेंगे कि यह कैसी उम्मीद है जिसके लिए उसने आपको बुलाया है, कि यह जलाली मीरास कैसी दौलत है जो मुक़द्दसीन को हासिल है, और कि हम ईमान रखनेवालों पर उस की क़ुदरत का इज़हार कितना ज़बरदस्त है। यह वही बेहद क़ुदरत है जिससे उसने मसीह को मुरदों में से ज़िंदा करके आसमान पर अपने दहने हाथ बिठाया। वहाँ मसीह हर हुक्मरान, इख़्तियार, क़ुव्वत, हुकूमत, हाँ हर नाम से कहीं सरफ़राज़ है, ख़ाह इस दुनिया में हो या आनेवाली दुनिया में।