पय अगर कुछ डगइल टोरे गइस अउ तुम जउन अक्ठी जंगली जैतून हबा, उनखर हे लगाय गय हबा अउ उनखर संग जैतून रूख के जर के अंग होय के कारन अच्छी किसम के सहभागी बन गय हबा। ता तुम अपन के डगइल लग बढके झइ समझा, अगर तुम गरभ करै चाहथा, ता सुरता रखा कि तुम जर के नेहको संभारे बलुक जर तुमही संभारथै।