तेकर सैतान हर ओके एगोट ऊंच जघा में ले गईस, अऊ एकेच घरी में दुनिया कर सब राएज ला देखाईस, अऊ सैतान हर ईसू जग कहीस, “मंए ए सब अधिकार, अऊ एकर धन संपती ला तोके दे देहूं, काबरकि एहर मोके सोंपल गईसे, अऊ मंए जेके चाहथों, ओके ला दे देथों। एकरले अगर तंए गोड़े गिर के मोर अराधना करबे, त ए सबेच जाएत हर तोर होए जाही।” ईसू हर ओके जबाब देहीस, “परमेस्वर कर किताब में लिखल हवे, तंए परभू, अपन परमेस्वर कर अराधना करबे, अऊ सिरीप ओकरेच सेवा करबे।”