तअ: जू बणों वाल़े खे बींज़ अरह् भोजन खे रोटी दियों, से तुँओं खे बींज़ देला, अरह् तेसी फल़बंन्त करला; अरह् तुवाँरे दित्ते दाँण-धर्म के फल़ बढ़ादा ज़ाला। ऐशे दाँई तुँऐं हर प्रकार के धंन शे भरपुर हऐयों दिल-खुलियों देंणों ज़ुगे हले; अरह् तुवाँरे दिते दाँण, जू अमारे जाँणें बाँडियों पंण्मिश्वर खे धन्यबाद का कारण बंण्ला