काँके मूँ पको जाणूँ हूँ के, ने मोत अन ने जीवन, ने हरग-दुत अन ने राज करबावाळी आत्मा, ने अबाणू की कुई चीज अन ने आबावाळा टेम की कुई चीज, ने कुई सगत्याँ, अन ने उचाई, ने गेराई अन ने जग की कुई चीज आपाँने परमेसर का वीं परेमऊँ अलग कर सकी, ज्यो आपणाँ परबू ईसू मसी में हे।