अन थाँका मन की आक्याँ खुल जावे ताँके थाँने पतो चाल जावे के वा आस कई हे, जिंका वाते थाँने वणा बलाया हे। अन जणी हक ने वो आपणाँ हारई पुवितर लोगाँ ने देई, वो कतरो मोटो अन अनमोल हे। अन थाँ ओ भी जाण सको के, आपाँ विस्वास्याँ का वाते वींकी सगती कतरी मोटी हे। अन ज्यो सगती मारा में काम कररी हे वणीस सगतिऊँ परमेसर मसी ने मरिया तकाऊँ पाछो जीवतो करन हरग में आपणाँ जीमणा पाल्ड़े बेटायो। मसी वटे हारई मोटा राजा, अदिकारियाँ, आत्मिक सगत्याँ, मालिकाँ पे बेस अणी जुग में ने पण आबावाळा जुग में भी हाराई पद का ऊपरे राज करी।