ईसू हाराई का वाते मरिया हा, काँके ज्यो मनक जीवता हे वीं खुद का वाते ने जीवे, पण वीं वणी वाते जीवे ज्यो मरिया केड़े पाछो जीवतो कर दिदो ग्यो।
अबे आगेऊँ आपाँ कणी भी मनक को ईं दनियाँ की रीत जस्यान न्याव ने कराँ। जद्याँ एक टेम आपाँ मसी को भी दनियाँ की रीत के जस्यानीस न्याव किदो हो, पण अबे कई भी वे आपाँ वींने अस्यान ने देकाँ।