अन ईं आत्माऊँ किंने तो अकलऊँ बात करबा को अन वणीइस आत्माऊँ दूजाँ ने ग्यानऊँ बात करबा को वरदान दिदो जावे हे। अन ईं आत्माऊँ किंने तो विस्वास करबा का वाते वरदान अन किंने तो ईं आत्माऊँ हव करबा को वरदान दिदो जावे हे। अन किंने तो अचम्बा का काम करबा को अन किंने तो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबा को वरदान, किंने तो भली-बुरी आत्माने जाणबा को वरदान, किंने तो अलग अलग बोली बोलबा को वरदान, किंने तो वाँ बोल्याँ को मतलब बताबा को वरदान दिदो जावे हे।