ई बजेसुं जद गुवा की अतरी बड़ी जळा आपण्अ च्यारूमेर छ, तो आओ हरेक रोकबाळी चीज अर फसाबाळा पाप न्अ आंतरअ करर बी दोड़ न्अ जिम्अ आपान्अ भागणो छ सेन करता होया भागा। अर बस्वास का मालिक अर बस्वास न्अ सिद्ध करबाळा ईसु की ओर न्हाळता रेवां। ज्योबी खुसी क ताणी ज्यो बीक्अ आग्अ मली छ लाज की कांई बी परवा कर्या बना करूस को दुख सह लियो। अर सिंहासन माळ्अ परमेसर की जीवणी-बगल जा बेठ्यो।