थे चत लगार सूणो, म थान्अ एक भेद की बात बताऊ छु। आपा सबळा मरा कोन्अ, पण आपणो रूप बदळ्यो जाव्अलो। अर जद्या आखरी नरसिंगो फूंक्यो जाव्अलो तो आंख मिचतांई एक'ई छण मं आपा बदळ जाव्अला। क्युं क नरसिंगा की आवाज जद आपणा काना मं पड़्अली तो सबळा मरेड़ा बस्वासी फेरू कोन मरबा बेई जुवाया जाव्अला अर आपा सबळा बदल्या जाव्अला।