बिकी बडाई होवै जखो थानै, ईसु मसी का संदेस, जि चोखा समचार को म हेलो पाड़ूँ हूँ अर परमेसर का परगट होयड़ा बि भेदभर्या सच गेल जखो जुगादऊँ लुखेड़ो हो, मजबूत बणाबा की सक्ति राखै ह। जिनै जुग-जुग बण्या रेह्बाळा परमेसर का हुकमाऊँ परमेसर की खेबाळा का लेखा क जरिए सगळा गैर-यहूदि मिनखा प परगट कर बता दिओ गयो ह, जिऊँ बामै बिस्वासऊँ पैदा होबाळी कह्यो मानबा की मनस्या पैदा होवै। ईसु मसी क जरिए खाली बि एकई ज्ञान का सागर परमेसर की कदैई नइ मिटबाळा जुग ताँई मेमा हो। अंय्यांई होज्यावै!