परमेसर बोवणियानै बीज, अर खाबा ताँई रोटी देवै ह। बोई थारी जुर्त पूरी करसी अर थारी धारमिक्ता की फसलनै बढासी। थानै हर ढाळ भर्योपूरो कर्यो जासी जिऊँ हर मोका प थे खुला हियाऊँ हात बढाबाळा बणो। अर जद म्हें थारा दियड़ा दानऊँ ओरा क आडा आस्यां जणा बे परमेसरनै धनेवाद देसी।