जणा इब म चाऊँ हूँ क, हर कठै मोट्यार बिना झाळ भर्या अर बिना मनमुटाव कर्या, खुदका पबितर हातानै जो'ड़र अरदास करै।
अर ठिक बंय्यांई म भाण-बेट्याऊँ बोलुँ हूँ क, सरम लाज अर थ्यावस क सागै सिदा-सादा पेराणऊँ खुदनै सुवांरीं, चोटी बणार सोना अर मोत्या अर मेंगा गाबाऊँ नइ, अंय्यां की भाण-बेटी जखी खुदनै परमेसर की भगत मानी हीं बा ताँई ओई चोखो ह क, बे खुदनै भला कामाऊँ सुवांरी।