तब यहोवा परमेसुर ने कई, “जौन अरंड़ी के पेड़ के लाने तेंने कछु मेंनत नें करी, नें ऊहों बढ़ाओ, जौन एकई रात में भओ हतो और एकई रात में नास सोई हो गओ; ऊपै तेंने तरस खाई आय। फिन जौ बड़ो नगर नीनवे, जीमें एक लाख बीस हजार सें जादा मान्सन आंय जो अपने दायने और बांए हाथ कौ भेद लौ नईं पैचानत और बिलात पसु सोई ऊमें रैत आंय, तौ का मैं ऊपै तरस नें खाओं?”