शादी में पैसे की बातें: प्यार से, बिना झगड़े केनमूना

📅 दिन 2: पारदर्शिता का महत्व
📖 मुख्य पाठ: इफिसियों 4:25
✒️ परिचय
कई जोड़े पैसों की बात से कतराते हैं। “अगर मैंने सच्चाई बताई तो वो नाराज़ हो जाएगा”, या “मुझे शर्म आती है कि मैंने इतना खर्च कर दिया।” लेकिन बाइबल हमें सिखाती है कि सच्चाई और पारदर्शिता एक मजबूत रिश्ते की नींव है।
ईमानदारी का मतलब है कि आप अपने बैंक अकाउंट, उधारी, खर्चों और सपनों के बारे में खुलकर बात करें। इसका मतलब ये नहीं कि सब कुछ परफेक्ट होना चाहिए, बल्कि ये कि आप दोनों एक-दूसरे के साथ ईमानदार हैं।
झूठ या छुपाने की आदत धीरे-धीरे भरोसे को खा जाती है। लेकिन जब आप खुलकर बात करते हैं, तो विश्वास बनता है — और विश्वास ही रिश्ते का असली खज़ाना है।
💡 आज का अभ्यास
- एक-दूसरे के साथ अपने बैंक अकाउंट या खर्चों के बारे में एक चीज शेयर करें जिसे आप पहले छुपाते थे।
- बातचीत में कोई जजमेंट न करें — बस सुनें और समझने की कोशिश करें।
🙏 प्रार्थना
प्रभु यीशु,
तू खुद सत्य है। हमारी मदद कर कि हम अपने जीवनसाथी के साथ सच्चे और खुले रहें। जो बातें हमने छुपाई हैं, उन्हें तेरी रोशनी में लाएं, ताकि हमारे बीच का विश्वास फिर से गहरा हो सके।
तेरे नाम में, आमीन।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में

पैसों पर बात करना आसान नहीं होता — खासकर शादी में। कई जोड़े इस टॉपिक से डरते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे झगड़े होंगे या असहजता आएगी। लेकिन बाइबल हमें दिखाती है कि जब हम ईमानदारी, नम्रता और समझदारी से बात करते हैं, तो रिश्ते और मजबूत होते हैं। इस 5-दिन के प्लान में आप सीखेंगे कि कैसे आप और आपके जीवनसाथी मिलकर आर्थिक एकता में चल सकते हैं — बिना तनाव, सिर्फ प्यार और समझ के साथ।
More
हम इस योजना को प्रदान करने के लिए Comunidade Verbum को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: linktr.ee/eufacastroo