ऐबे मुर्त्तियों के साम्णें चड़ाई अंदी बल़ी, के बारे दो आँमें जाँणों के आँमों सोभी कैई ज्ञाँन असो। अरह् ज्ञाँन लई तारीफ पय्दा हों; परह् पियारो लई आप्णी बड़ोत्री हों। जे कुँऐं ऐशो जाँणों के हाँव किऐ जाँणू ऐ, तअ जेष्णों तेने जाँणों चेंई, तैष्णों से हेभी तोड़ी ने जाँण्दा।