YouVersion Logo
Search Icon

सच्ची आत्मिकता ਨਮੂਨਾ

सच्ची आत्मिकता

DAY 7 OF 7

आपकी प्रगतीशील यात्रा

मैं आपका दिल तोड़ना नहीं चाहता हूं, लेकिन आप इस जीवन में कभी भी सिद्ध होने नहीं जा रहे हैं। आप सम्भवतः इस बात को पहले से ही जानते हैं। चाहे आप मसीह में कितने भी सिद्ध क्यों न हो जाएं, आप तब तक प्रगतिशील अवस्था में हैं जब तक कि आप उसे अपने सामने न देख लें। 

खुशखबरी यह है कि परमेश्वर की ज्वलन इच्छा आपकी प्रगति को आशीषित और सशक्त करने की है ताकि आप यीशु की सुन्दरता, प्रेम और उसकी पवित्रता को अधिकाई से प्रगट कर सकें। 

उसकी भली और सिद्ध इच्छा न केवल आनन्द की ओर अगुवाई करती है। वह उसकी कृपा, बुद्धि, प्रेम और संसार में उसकी सामर्थ्य को भी प्रगट करती है। उसने यह प्रतिज्ञा की है कि उसके साथ जुड़ी हुई आपकी आत्मिक यात्रा अन्त में पूरी होगी - और वह लगातार रास्ते में पूरी हो रही है। 

इस बीच में, याद रखें कि आप किस लिए बुलाए गये हैंः 

·  आप पूरी तरह से परमेश्वर के प्रति प्रतिबद्ध हों- केवल एक ही बार नहीं वरन प्रतिदिन। 

·  आप परमेश्वर के मूल्यों और उसके तरीकों से अलग रहें।

·  आप खुद को सही नज़रियें के साथ देखना सीखें- अपने आप को अंहकार या झूठी नम्रता के साथ नहीं, परन्तु परमेश्वर के नज़रिये से देखें। 

·  आप प्रेम के साथ एक दूसरे की सेवा करें। 

·  आप आलौकिक प्रेम और के साथ बुराई का सामना करते हैं और भलाई के साथ उसे जीत लते हैं। 

यदि ये कदम प्रतिदिन आपके परमेश्वर के गुणों में बढ़ने के लिए मदद करते हैं तो आप सच्चे मसीही का जीवन जियेंगे जो परमेश्वर का आदर करता और दूसरे जीवनों को प्रभावित करता है। 

यह प्रतिज्ञा मेरी ओर से नहीं है- वरन यह वचन में लिखी हुई परमेश्वर की प्रतिज्ञा है। प्रतिदिन, अपने जीवन के हर क्षेत्र में, अपने आप को उसके लिए एक जीवित बलिदान के रूप में चढ़ाएं, और आप सच्ची आत्मिकता और सम्पूर्ण परिपूर्णता के साथ बहुतायात के जीवन का अनुभव करेगें।

ਪਵਿੱਤਰ ਸ਼ਾਸਤਰ

ਦਿਨ 6

About this Plan

सच्ची आत्मिकता

एक सच्चे मसीही का जीवन कैसा होता है?रोमियों 12, बाइबल का यह खण्ड, हमें एक तस्वीर प्रदान करता है। इस पठन योजना में आप, सच्ची आत्मिकता के अन्तर्गत पढ़ेंगे कि परमेश्वर हमारे जीवन के हर एक हिस्से को बदलते हैं- अर्थात हमारे विचारों, नज़रिये, दूसरों के साथ हमारे रिश्ते, बुराई के साथ हमारी लड़ाई को। परमेश्वर की उत्तम बातों को ग्रहण करके आज ही गहराई से संसार को प्रभावित करें।

More