योजना की जानकारी

महिमा को फिर से पानानमूना

महिमा को फिर से पाना

दिन 5 का 5

महिमा से महिमा तक

परमेश्वर की उपस्थिति वह स्थान है जहां पर आप परमेश्वर की महिमा का अनुभव करते हैं। यीशु का अनुयायी होने के नाते,यह आवश्यक है कि हम प्रतिदिन समर्पित और योजनाबद्ध तरीके से उसकी उपस्थिति में प्रवेश करें।

यह उतना ही ज़रूरी है जितने हमारे अन्य नियमित दैनिक कार्य ज़रूरी हैं,जैसे कि सैर करना या दातों को मांजना। हालांकि यह सत्य है कि बाइबल में कहीं पर भी यह नहीं लिखा गया है कि एक मसीही के लिए ‘एकान्त समय’ बिताना अनिवार्य है लेकिन ऐसा जरूर लिखा गया है कि बहुत से उपलक्ष्यों में यीशु मसीह व्यस्त माहौल को छोड़कर अर्थात सारे कामों को छोड़कर,अपने पिता के साथ अकेले में समय बिताया करते थे। यदि परमेश्वर के पुत्र को,जो कि संसार का सृष्टिकर्ता और देहधारी परमेश्वर था उसे यह करने की जरूरत थी,तो निश्चय ही हमारे लिए भी इसे करना अति आवश्यक है।

जो समय हम परमेश्वर की उपस्थिति में व्यतीत करते हैं उसमें हम उसकी महिमा का दर्शन करते और हम उसकी महिमा के द्वारा रूपान्तरित हो जाते हैं। जब तक हमने उद्धार प्राप्त नहीं किया था,तब तक हमारे हृदयों और मनों पर पर्दा पड़ा था। लेकिन यीशु की ओर फिरने तथा उसे अपने जीवन का सर्वोपरी अधिकार प्रदान करने पर हमें पता चलता है कि हमारी भलाई के लिए वह पर्दा हटा दिया जाता है। अब वह पर्दा हट गया है,हम उस आज़ादी को महसूस कर सकते हैं जो पवित्र आत्मा हमें देता है और उसके साथ साथ हम परमेश्वर की महिमा को प्रगट करने लगते हैं।

यदि आपने कभी राजमार्ग या पहाड़ी क्षेत्रों में गाड़ी चलाई हो जहां पर कोई प्रकाशयन्त्र न लगे हों लेकिन सड़कों पर परावर्तक या मोड़ों पर दर्पण लगें हो तो आपको पता चलेगा कि परावर्तन कार्य करता है। जब तक कि दर्पण पर प्रकाश नहीं पड़ता वह अन्धेरा या काला रहता है। लेकिन जब उस पर प्रकाश पड़ता है वह उस प्रकाश को वापस फेंकता है और यह काम हमारी गाड़ी की लाइट पड़ने पर भी होता है। हमें परमेश्वर की महिमा का दर्पण होने के लिए सृजा और नया जन्म दिया गया है। इसका अर्थ है कि जब हम उसकी उपस्थिति में प्रवेश करते हैं जो उसकी महिमा हम में चमकने लगते हैं और हम हम अंश अंश करके उसकी समानता में बदलते चले जाते हैं। यह कहानी यहीं समाप्त नहीं हो जाती। यह हमारे जीवन के हर क्षेत्र को छू लेती है। जब हम अपने पड़ोसी के घर जाते,नौकरी पर,स्कूल में,कॉलेजों में जाते हैं तो उन सभी स्थानों में हम परमेश्वर की महिमा को लेकर जाते हैं। हम उसकी ज्योति को अपने संसार के अंधेरे हिस्सों में चमकाते हैं,जिससे यीशु हर नुक्कड़ और कोने में पहुंच जाते हैं।

क्या आप महिमा से महिमा में जाने के लिए तैयार हैं?

घोषणाः मैं परमेश्वर की महिमा का दर्पण हूं। मैं उसकी महिमा को अपने भीतर लेकर चलता हूं जो पूरे संसार में चमकती है।

पवित्र शास्त्र

दिन 4

इस योजना के बारें में

महिमा को फिर से पाना

हम ने परमेश्वर की महिमा के बारे में बहुत बार सुना है लेकिन हम इसे यह समझकर हल्के में ले लेते हैं कि हम उसके बारे में सब जानते हैं। इस क्रिसमस पर हम आशा करते हैं कि आप परिचित लेकिन परमेश्वर के मार्मिक सत्यों पर पुनःविचार ...

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए वी आर सिय्योन को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.instagram.com/wearezion.in/

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