तबे ठाँणेंदार ऊबा बींऊँजा, अरह् कंय्दी के दुवार खुले देखियों तेने जाँणों के बादे कय्दी भागी गुवे, तबे: तेने आप्णी तरवार गाड़ी अरह् आपु-आप्खे मार्णों की कोशिष करी। परह् संत्त-पौलुस ऐ जुराल़ों लेरंह् मारियों बुलो, “आप्णों ने तारे, किन्देंखे के आँमें बादे झोणें ईथी असो।”