मुझे आज्ञा दे - शून्य सम्मेलननमूना

मुझे आज्ञा दे - शून्य सम्मेलन

दिन 2 का 4

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स्थिर दृष्टि की शक्ति

जिस क्षण पतरस नाव से बाहर निकला, वह एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश कर गया जहाँ प्राकृतिक नियम अब लागू नहीं होते थे। वही पानी जो उसे निगल जाना चाहिए था, उसके पैरों के नीचे ठोस भूमि बन गया। किस बात के कारण ऐसा हुआ? उसकी दृष्टि यीशु पर टिकी हुई थीं।

दृश्य पर विचार करें: अँधेरी रात, तेज़ हवाएँ, प्रचण्ड लहरें। फिर भी मत्ती का विवरण सरलता से कहता है, “वह पानी पर चलता हुआ यीशु की ओर जाने लगा।” इस विवरण की सरलता एक गहन सत्य को प्रकट करती है: जब हमारी दृष्टि यीशु पर टिकी होती हैं, तो उसकी ओर जाने वाली यात्रा में असंभव भी एक विवरण मात्र बन जाता है।

“की ओर जाने” के लिए इस्तेमाल किया गया यूनानी शब्द निरंतर कार्य करने का संकेत देता है। पतरस सिर्फ कदम नहीं उठा रहा था; वह प्रगति कर रहा था। प्रत्येक कदम तथ्य पर विश्वास की विजय थी, भौतिक असम्भवता पर आत्मिक वास्तविकता की विजय थी।

प्रार्थना निवेदन:

कौन-सी चीज़ें आपका ध्यान अपनी ओर खींच रही हैं?

आप अपनी परिस्थितियों को देखने और यीशु को देखने में कितना समय बिताते हैं?

परमेश्वर से प्रार्थना करें कि वह आपको उस पर अपना ध्यान केंद्रित रखने में सहायता करें।

प्रार्थना करें कि आप विवेक से पहचान सकें कि कौन-सी बात आपकी दृष्टि को यीशु से दूर ले जाती है।

व्यावहारिक अभ्यास:

आज एक "दृष्टि पत्रिका" लिखें:

उन क्षणों को लिखें जब आपने यीशु पर ध्यान केंद्रित किया।

जिन बातों ने आपका ध्यान भटकाया, उन्हें लिखें।

लिखें कि आप जिस ओर देख रहे थे उसके आधार पर आपका दृष्टिकोण कैसे बदल गया।

विचार के लिए प्रश्न:

आखिरी बार कब आपका ध्यान यीशु पर इतना केंद्रित था कि आप अपनी परिस्थितियों के बारे में भूल गए?

कठिन समय में मसीह पर अपना ध्यान केंद्रित रखने में कौन-सी बात आपकी सहायता करती है?

जब आपकी दृष्टि यीशु पर टिकी होती हैं तो आपका वातावरण कैसे बदलता है?

दिन 1दिन 3

इस योजना के बारें में

मुझे आज्ञा दे - शून्य सम्मेलन

"मुझे आज्ञा दे।" इन तीन शब्दों ने पतरस का जीवन बदल दिया जब वह तूफान में घिरी नाव से निकलकर यीशु की ओर बढ़ा। मत्ती 14:28-33 पर आधारित यह 4-दिवसीय भक्ति विश्वास, ध्यान और विजय की सच्चाइयों को प्रकट करती है। यह आपको यीशु की बुलाहट पहचानने, भय पर विश्वास से विजय पाने और उस पर अटूट दृष्टि बनाए रखने में मार्गदर्शन करेगी। चाहे आप नाव के किनारे पर हों या पानी पर चलना सीख रहे हों, देखें कि क्या होता है जब साधारण विश्वासी साहसपूर्वक कहते हैं, "मुझे आज्ञा दीजिए।"

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए Zero को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: www.zeroconferences.com/india