नीतिवचन 6:20-23
नीतिवचन 6:20-23 पवित्र बाइबल (HERV)
हे मेरे पुत्र, अपने पिता की आज्ञा का पालन कर और अपनी माता की सीख को कभी मत त्याग। अपने हृदय पर उनको सदैव बाँध रह और उन्हें अपने गले का हार बना ले। जब तू आगे बढ़ेगा, वे राह दिखायेंगे। जब तू सो जायेगा, वे तेरी रखवाली करेंगे और जब तू जागेगा, वे तुझसे बातें करेंगे। क्योंकि ये आज्ञाएँ दीपक हैं और यह शिक्षा एक ज्योति है। अनुशासन के सुधार तो जीवन का मार्ग है।
नीतिवचन 6:20-23 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
मेरे पुत्र, अपने पिता की आज्ञा का पालन कर, और अपनी मां की शिक्षा को मत छोड़। तू उनको गांठ बांधकर अपने हृदय में निरन्तर रखना; तू उनको अपने गले का हार बनाना। जब तू मार्ग पर चलेगा तब वे तेरा मार्ग-दर्शन करेंगी; जब तू सोएगा तब वे तेरी चौकसी करेंगी, और जब तू जागेगा तब वे तुझसे बात करेंगी : क्योंकि पिता की आज्ञा मार्ग का दीपक है, और मां की शिक्षा जीवन की ज्योति है! अनुशासन के लिए दी जानेवाली चेतावनियां जीवन का मार्ग हैं।
नीतिवचन 6:20-23 Hindi Holy Bible (HHBD)
हे मेरे पुत्र, मेरी आज्ञा को मान, और अपनी माता की शिक्षा का न तज। इन को अपने हृदय में सदा गांठ बान्धे रख; और अपने गले का हार बना ले। वह तेरे चलने में तेरी अगुवाई, और सोते समय तेरी रक्षा, और जागते समय तुझ से बातें करेगी। आज्ञा तो दीपक है और शिक्षा ज्योति, और सिखाने वाले की डांट जीवन का मार्ग है
नीतिवचन 6:20-23 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
हे मेरे पुत्र, मेरी आज्ञा को मान, और अपनी माता की शिक्षा को न तज। इन को अपने हृदय में सदा गांठ बाँधे रख; और अपने गले का हार बना ले। वह तेरे चलने में तेरी अगुवाई, और सोते समय तेरी रक्षा, और जागते समय तुझ से बातें करेगी। आज्ञा तो दीपक है और शिक्षा ज्योति, और सिखानेवाले की डाँट जीवन का मार्ग है
नीतिवचन 6:20-23 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
हे मेरे पुत्र, अपने पिता की आज्ञा को मान, और अपनी माता की शिक्षा को न तज। उनको अपने हृदय में सदा गाँठ बाँधे रख; और अपने गले का हार बना ले। वह तेरे चलने में तेरी अगुआई, और सोते समय तेरी रक्षा, और जागते समय तुझे शिक्षा देगी। आज्ञा तो दीपक है और शिक्षा ज्योति, और अनुशासन के लिए दी जानेवाली डाँट जीवन का मार्ग है
नीतिवचन 6:20-23 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
मेरे पुत्र, अपने पिता के आदेश पालन करते रहना, अपनी माता की शिक्षा का परित्याग न करना. ये सदैव तुम्हारे हृदय में स्थापित रहें; ये सदैव तुम्हारे गले में लटके रहें. जब तुम आगे बढ़ोगे, ये तुम्हारा मार्गदर्शन करेंगे; जब तुम विश्राम करोगे, ये तुम्हारे रक्षक होंगे; और जब तुम जागोगे, तो ये तुमसे बातें करेंगे. आदेश दीपक एवं शिक्षा प्रकाश है, तथा ताड़ना सहित अनुशासन जीवन का मार्ग हैं