इसलिए परमेश्वर ने भी उसे ऊँचे से ऊँचे
स्थान पर उठाया और उसे वह नाम दिया जो सब नामों के ऊपर है
ताकि सब कोई जब यीशु के नाम का उच्चारण होते हुए सुनें, तो नीचे झुक जायें।
चाहे वे स्वर्ग के हों, धरती पर के हों और चाहे धरती के नीचे के हों।
और हर जीभ परम पिता परमेश्वर की
महिमा के लिये स्वीकार करें, “यीशु मसीह ही प्रभु है।”