लेवीय व्यवस्था 2
2
अन्न-बलि
1‘जब कोई व्यक्ति प्रभु को अन्न-बलि का चढ़ावा चढ़ाएगा तब उसका चढ़ावा मैदे का होना चाहिए। वह उस पर तेल उण्डेलेगा, और लोबान को उस पर रखेगा।#गण 15:1-16 2वह उसको हारून के पुत्रों, अर्थात् पुरोहितों के पास लाएगा। वह उसमें से मुट्ठी भर मैदा और तेल एवं उसका सारा लोबान लेगा। पुरोहित इसको अन्न-बलि के स्मरण दिलाने वाले भाग के रूप में वेदी पर जलाएगा कि यह अन्न-बलि प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध ठहरे। 3अन्न-बलि का शेष भाग हारून और उसके पुत्रों का होगा। यह प्रभु को अग्नि में अर्पित अनेक बलियों का परम पवित्र भाग है।
4‘जब तू अन्न-बलि के लिए तन्दूर में पकाया हुआ चढ़ावा चढ़ाएगा, तब वह तेल सम्मिश्रित मैदे की गूंधी हुई बेखमीर रोटियों अथवा तेल से चुपड़ी हुई चपातियों का होगा। 5यदि तेरा चढ़ावा तवे पर सिंकी हुई अन्न-बलि है तो वह तेल सम्मिश्रित बेखमीर मैदे का होना चाहिए। 6तू उसको टुकड़े-टुकड़े कर उसपर तेल उण्डेलना। यह अन्न-बलि है।
7‘यदि तेरा चढ़ावा कड़ाही में तली हुई अन्न-बलि है, तो वह तेल सम्मिश्रित मैदे का होना चाहिए। 8तू इन वस्तुओं से बनी हुई अन्न-बलि प्रभु के पास लाना। जब वह पुरोहित के पास लाई जाएगी, तब वह उसको वेदी के निकट ले जाएगा। 9पुरोहित अन्न-बलि में से स्मरण दिलाने वाला भाग निकालकर वेदी पर जलाएगा कि यह अन्न-बलि प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध ठहरे। 10अन्न-बलि का शेष भाग हारून और उसके पुत्रों का होगा। यह प्रभु को अग्नि में अर्पित अनेक बलियों का परम पवित्र भाग है।
11‘जो अन्न-बलियाँ तू प्रभु को चढ़ाएगा, वे खमीर से नहीं बनाई जाएँगी। तू प्रभु को अग्नि में अर्पित बलि के रूप में खमीर अथवा मधु कभी नहीं जलाना। 12तू उनको प्रथम फल के चढ़ावे के रूप में प्रभु को चढ़ाना; किन्तु वे सुखद सुगन्ध के लिए वेदी पर नहीं चढ़ाए जाएँगे। 13तू अपनी सब अन्न-बलि को नमक से नमकीन बनाना। तेरी प्रत्येक अन्न-बलि तेरे परमेश्वर के विधान के नमक#2:13 अलंघनीय विधान का प्रतीक से वंचित नहीं होनी चाहिए। तू अपनी सब अन्न-बलि के साथ नमक चढ़ाना। #मक 9:49; गण 18:19
14‘यदि तू प्रभु को प्रथम फल की अन्न-बलि चढ़ाएगा, तो अपनी प्रथम फल की अन्न-बलि के लिए हरी बालों को मींजकर नए दाने निकालना, और उन्हें अग्नि में भूंजकर चढ़ाना। 15तू उस पर तेल डालना और लोबान को उस पर रखना। यह अन्न-बलि है। 16पुरोहित मींजकर निकाले हुए कुछ दाने, तेल और उसके सारे लोबान को स्मरण दिलानेवाले भाग के रूप में जलाएगा। यह प्रभु को अग्नि में अर्पित बलि है।
Actualmente seleccionado:
लेवीय व्यवस्था 2: HINCLBSI
Destacar
Compartir
Copiar
¿Quieres tener guardados todos tus destacados en todos tus dispositivos? Regístrate o inicia sesión
Hindi CL Bible - पवित्र बाइबिल
Copyright © Bible Society of India, 2015.
Used by permission. All rights reserved worldwide.
लेवीय व्यवस्था 2
2
अन्न-बलि
1‘जब कोई व्यक्ति प्रभु को अन्न-बलि का चढ़ावा चढ़ाएगा तब उसका चढ़ावा मैदे का होना चाहिए। वह उस पर तेल उण्डेलेगा, और लोबान को उस पर रखेगा।#गण 15:1-16 2वह उसको हारून के पुत्रों, अर्थात् पुरोहितों के पास लाएगा। वह उसमें से मुट्ठी भर मैदा और तेल एवं उसका सारा लोबान लेगा। पुरोहित इसको अन्न-बलि के स्मरण दिलाने वाले भाग के रूप में वेदी पर जलाएगा कि यह अन्न-बलि प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध ठहरे। 3अन्न-बलि का शेष भाग हारून और उसके पुत्रों का होगा। यह प्रभु को अग्नि में अर्पित अनेक बलियों का परम पवित्र भाग है।
4‘जब तू अन्न-बलि के लिए तन्दूर में पकाया हुआ चढ़ावा चढ़ाएगा, तब वह तेल सम्मिश्रित मैदे की गूंधी हुई बेखमीर रोटियों अथवा तेल से चुपड़ी हुई चपातियों का होगा। 5यदि तेरा चढ़ावा तवे पर सिंकी हुई अन्न-बलि है तो वह तेल सम्मिश्रित बेखमीर मैदे का होना चाहिए। 6तू उसको टुकड़े-टुकड़े कर उसपर तेल उण्डेलना। यह अन्न-बलि है।
7‘यदि तेरा चढ़ावा कड़ाही में तली हुई अन्न-बलि है, तो वह तेल सम्मिश्रित मैदे का होना चाहिए। 8तू इन वस्तुओं से बनी हुई अन्न-बलि प्रभु के पास लाना। जब वह पुरोहित के पास लाई जाएगी, तब वह उसको वेदी के निकट ले जाएगा। 9पुरोहित अन्न-बलि में से स्मरण दिलाने वाला भाग निकालकर वेदी पर जलाएगा कि यह अन्न-बलि प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध ठहरे। 10अन्न-बलि का शेष भाग हारून और उसके पुत्रों का होगा। यह प्रभु को अग्नि में अर्पित अनेक बलियों का परम पवित्र भाग है।
11‘जो अन्न-बलियाँ तू प्रभु को चढ़ाएगा, वे खमीर से नहीं बनाई जाएँगी। तू प्रभु को अग्नि में अर्पित बलि के रूप में खमीर अथवा मधु कभी नहीं जलाना। 12तू उनको प्रथम फल के चढ़ावे के रूप में प्रभु को चढ़ाना; किन्तु वे सुखद सुगन्ध के लिए वेदी पर नहीं चढ़ाए जाएँगे। 13तू अपनी सब अन्न-बलि को नमक से नमकीन बनाना। तेरी प्रत्येक अन्न-बलि तेरे परमेश्वर के विधान के नमक#2:13 अलंघनीय विधान का प्रतीक से वंचित नहीं होनी चाहिए। तू अपनी सब अन्न-बलि के साथ नमक चढ़ाना। #मक 9:49; गण 18:19
14‘यदि तू प्रभु को प्रथम फल की अन्न-बलि चढ़ाएगा, तो अपनी प्रथम फल की अन्न-बलि के लिए हरी बालों को मींजकर नए दाने निकालना, और उन्हें अग्नि में भूंजकर चढ़ाना। 15तू उस पर तेल डालना और लोबान को उस पर रखना। यह अन्न-बलि है। 16पुरोहित मींजकर निकाले हुए कुछ दाने, तेल और उसके सारे लोबान को स्मरण दिलानेवाले भाग के रूप में जलाएगा। यह प्रभु को अग्नि में अर्पित बलि है।
Actualmente seleccionado:
:
Destacar
Compartir
Copiar
¿Quieres tener guardados todos tus destacados en todos tus dispositivos? Regístrate o inicia sesión
Hindi CL Bible - पवित्र बाइबिल
Copyright © Bible Society of India, 2015.
Used by permission. All rights reserved worldwide.