1 कुरिन्थि 8:1-2
1 कुरिन्थि 8:1-2 NOINT
ओमे मूर्ती आगाडी अर्पण वली वास्तु ई विश्वमेहे आमू जाअत्ले होय का आमू आखाआ ज्ञान होय अने ज्ञान घमंड तीयार कोत्लू होय पोन प्रेमोमेहे उन्नति ओवत्ली होय. जर कोडाआ लागेहे का माहु कितेबी मालुम होय जर जेहलो मालुम जोवे जेहलो अमेजाआ तियाहा मालुम नाहा.





