1 कुरिन्थि 13:4-5
1 कुरिन्थि 13:4-5 NOINT
प्रेम धीर धीरजवन्त होय अने कृपाळू होय प्रेम ईर्ष्या कोईत नाहा, प्रेम आपाआ प्रशंसा कोईत नाहा, अने फुगेहे नाहा, तो अनीतीने चालते नाहा अने हाजो वाईट ओनारो इच्छा कोईत नाहा अने खोतलाघी नाहा अने वाईट मानीत नाहा
प्रेम धीर धीरजवन्त होय अने कृपाळू होय प्रेम ईर्ष्या कोईत नाहा, प्रेम आपाआ प्रशंसा कोईत नाहा, अने फुगेहे नाहा, तो अनीतीने चालते नाहा अने हाजो वाईट ओनारो इच्छा कोईत नाहा अने खोतलाघी नाहा अने वाईट मानीत नाहा