1
लूकस 6:38
पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)
HINCLBSI
दो तो तुम्हें भी दिया जाएगा। दबा-दबा कर, हिला-हिला कर भरी हुई, ऊपर उठी हुई, पूरी-की-पूरी नाप तुम्हारी गोद में डाली जाएगी; क्योंकि जिस नाप से तुम नापते हो, उसी नाप से तुम्हारे लिए भी नापा जाएगा।”
Ṣe Àfiwé
Ṣàwárí लूकस 6:38
2
लूकस 6:45
अच्छा मनुष्य अपने हृदय के अच्छे भण्डार से अच्छी वस्तु निकालता है और जो बुरा है, वह अपने बुरे भण्डार से बुरी वस्तु निकालता है; क्योंकि जो हृदय में भरा है, वही तो मुँह से बाहर आता है।
Ṣàwárí लूकस 6:45
3
लूकस 6:35
परन्तु तुम अपने शत्रुओं से प्रेम करो, उनकी भलाई करो और वापस पाने की आशा न रख कर उधार दो। तभी तुम्हारा पुरस्कार महान् होगा और तुम सर्वोच्च परमेश्वर की संतान बन जाओगे, क्योंकि वह भी कृतघ्नों और दुष्टों पर कृपा करता है।
Ṣàwárí लूकस 6:35
4
लूकस 6:36
दयालु बनो, जैसे तुम्हारा स्वर्गिक पिता दयालु है।
Ṣàwárí लूकस 6:36
5
लूकस 6:37
“दोष न लगाओ तो तुम पर भी दोष नहीं लगाया जाएगा। किसी के विरुद्ध निर्णय न दो तो तुम्हारे विरुद्ध भी निर्णय नहीं दिया जाएगा। क्षमा करो तो तुम्हें भी क्षमा मिल जाएगी।
Ṣàwárí लूकस 6:37
6
लूकस 6:27-28
“मैं तुम लोगों से, जो मेरी बात सुन रहे हो, यह कहता हूँ : अपने शत्रुओं से प्रेम करो। जो तुम से बैर करते हैं, उनकी भलाई करो। जो तुम्हें शाप देते हैं, उन को आशीर्वाद दो। जो तुम्हारे साथ दुर्व्यवहार करते हैं, उनके लिए प्रार्थना करो।
Ṣàwárí लूकस 6:27-28
7
लूकस 6:31
दूसरों से अपने प्रति जैसा व्यवहार चाहते हो, तुम उनके प्रति वैसा ही व्यवहार किया करो।
Ṣàwárí लूकस 6:31
8
लूकस 6:29-30
जो तुम्हारे एक गाल पर थप्पड़ मारता है, उसके सामने दूसरा भी कर दो। जो तुम्हारी चादर छीनता है, उसे अपना कुरता भी ले लेने दो। जो कोई तुम से माँगता है, उसे दिया करो और जो तुम से तुम्हारी वस्तु छीनता है, उसे वापस मत माँगो।
Ṣàwárí लूकस 6:29-30
9
लूकस 6:43
“कोई अच्छा पेड़ बुरा फल नहीं देता और न कोई बुरा पेड़ अच्छा फल देता है।
Ṣàwárí लूकस 6:43
10
लूकस 6:44
प्रत्येक पेड़ अपने फल से पहचाना जाता है। लोग न तो कंटीली झाड़ियों से अंजीर तोड़ते हैं और न ऊंटकटारों से अंगूर के गुच्छे बटोरते हैं!
Ṣàwárí लूकस 6:44
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