1पतरस 3:10-11

1पतरस 3:10-11 MTP25

काहेकि “जे कोई जिन्दगी से प्यार रखह हैं, अर अच्छो दिन देखन चाहूँ हैं, वा अपनी जीभ ख बुराई से, अर अपनो होठ हुन ख धोखा कि बात हुन करन से रोके रह। उही बुराई का संग छोड़े, अर भलाई ही कर; वा मेल झुल करन ढूँढे, अर ओखा तैयारी म रहो।

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