अरे प्यारो भई हुन, मी तुम से विनती करू हैं कि तुम अपनो खुद ख दुसरा देस अर घूमन वालो फिर ख जान ख उन सारीरिक लालच हुन से जो आत्मा से लड़ई करिये हैं, बचे रहो। दुसरी जात हुन म तुमारो चाल चलन अच्छो होए; काहेकि जीन बात हुन म वी तुम ख बुरो काम जान ख बदनाम करिये हैं, वी तुमारा अच्छो काम हुन ख देख ख उन्ही का लाने दया दृस्टि का दिन परमेस्वर की महिमा करे।