YouVersion का प्रतीक चिन्ह
बाइबिलयोजनाएँवीडियो
ऐप प्राप्त करें
भाषा चयनकर्ता
खोज चिह्न

Romans 8:31-35

रोमियों 8:31-35 - अत: हम इन बातों के विषय में क्या कहें? यदि परमेश्‍वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है? जिसने अपने निज पुत्र को भी न रख छोड़ा, परन्तु उसे हम सब के लिये दे दिया, वह उसके साथ हमें और सब कुछ क्यों न देगा? परमेश्‍वर के चुने हुओं पर दोष कौन लगाएगा? परमेश्‍वर ही है जो उनको धर्मी ठहरानेवाला है। फिर कौन है जो दण्ड की आज्ञा देगा? मसीह ही है जो मर गया वरन् मुर्दों में से जी भी उठा, और परमेश्‍वर के दाहिनी ओर है, और हमारे लिये निवेदन भी करता है। कौन हम को मसीह के प्रेम से अलग करेगा? क्या क्लेश, या संकट, या उपद्रव, या अकाल, या नंगाई, या जोखिम, या तलवार?

अत: हम इन बातों के विषय में क्या कहें? यदि परमेश्‍वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है? जिसने अपने निज पुत्र को भी न रख छोड़ा, परन्तु उसे हम सब के लिये दे दिया, वह उसके साथ हमें और सब कुछ क्यों न देगा? परमेश्‍वर के चुने हुओं पर दोष कौन लगाएगा? परमेश्‍वर ही है जो उनको धर्मी ठहरानेवाला है। फिर कौन है जो दण्ड की आज्ञा देगा? मसीह ही है जो मर गया वरन् मुर्दों में से जी भी उठा, और परमेश्‍वर के दाहिनी ओर है, और हमारे लिये निवेदन भी करता है। कौन हम को मसीह के प्रेम से अलग करेगा? क्या क्लेश, या संकट, या उपद्रव, या अकाल, या नंगाई, या जोखिम, या तलवार?

रोमियों 8:31-35

Romans 8:31-35
YouVersion

हर दिन परमेश्वर के साथ घनिष्ठता तलाशने के लिए आपको प्रोत्साहित और चुनौती देना।

मिनिस्ट्री

के विषय में

पेशा

स्वयंसेवक

ब्लॉग

प्रेस

उपयोगी लिंक

सहायता

योगदान

बाईबिल की अन्य संस्करणे

ऑडियो बाइबिल

बाइबिल भाषाएँ

आज का पद्य


एक डिजिटल मिनिस्ट्री, ये वाले से -

Life.Church
English (US)

©2025 Life.Church / YouVersion

निजी नीतिशर्तें
भेद्यता प्रकटीकरण कार्यक्रम
फेसबुकट्विट्टरइंस्टाग्रामयूट्यूबपिंटरेस्ट

होम

बाइबिल

योजनाएँ

वीडियो