Psalms 24:1-10

भजन संहिता 24:1-10 - पृथ्वी और जो कुछ उस में है यहोवा
ही का है,
जगत और उस में निवास करनेवाले भी।
क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर
दृढ़ करके रखी,
और महानदों के ऊपर स्थिर किया है।

यहोवा के पर्वत पर कौन चढ़ सकता है?
और उसके पवित्रस्थान में कौन खड़ा हो
सकता है?
जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है,
जिसने अपने मन को व्यर्थ बात की ओर
नहीं लगाया,
और न कपट से शपथ खाई है।
वह यहोवा की ओर से आशीष पाएगा,
और अपने उद्धार करनेवाले परमेश्‍वर की
ओर से धर्मी ठहरेगा।
ऐसे ही लोग उसके खोजी हैं,
वे तेरे दर्शन के खोजी याकूबवंशी हैं। (सेला)

हे फाटको, अपने सिर ऊँचे करो!
हे सनातन के द्वारो, ऊँचे हो जाओ!
क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा।
वह प्रतापी राजा कौन है?
परमेश्‍वर जो सामर्थी और पराक्रमी है,
परमेश्‍वर जो युद्ध में पराक्रमी है!
हे फाटको, अपने सिर ऊँचे करो!
हे सनातन के द्वारो, तुम भी खुल जाओ!
क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा!
वह प्रतापी राजा कौन है?
सेनाओं का यहोवा, वही प्रतापी
राजा है। (सेला)

पृथ्वी और जो कुछ उस में है यहोवा ही का है, जगत और उस में निवास करनेवाले भी। क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ करके रखी, और महानदों के ऊपर स्थिर किया है। यहोवा के पर्वत पर कौन चढ़ सकता है? और उसके पवित्रस्थान में कौन खड़ा हो सकता है? जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है, जिसने अपने मन को व्यर्थ बात की ओर नहीं लगाया, और न कपट से शपथ खाई है। वह यहोवा की ओर से आशीष पाएगा, और अपने उद्धार करनेवाले परमेश्‍वर की ओर से धर्मी ठहरेगा। ऐसे ही लोग उसके खोजी हैं, वे तेरे दर्शन के खोजी याकूबवंशी हैं। (सेला) हे फाटको, अपने सिर ऊँचे करो! हे सनातन के द्वारो, ऊँचे हो जाओ! क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा। वह प्रतापी राजा कौन है? परमेश्‍वर जो सामर्थी और पराक्रमी है, परमेश्‍वर जो युद्ध में पराक्रमी है! हे फाटको, अपने सिर ऊँचे करो! हे सनातन के द्वारो, तुम भी खुल जाओ! क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा! वह प्रतापी राजा कौन है? सेनाओं का यहोवा, वही प्रतापी राजा है। (सेला)

भजन संहिता 24:1-10

Psalms 24:1-10