Psalm 116:1-8

भजन संहिता 116:1-8 - मैं प्रेम रखता हूँ, इसलिये कि यहोवा ने
मेरे गिड़गिड़ाने को सुना है।
उसने जो मेरी ओर कान लगाया है,
इसलिये मैं जीवन भर उसको पुकारा करूँगा।
मृत्यु की रस्सियाँ मेरे चारों ओर थीं;
मैं अधोलोक की सकेती में पड़ा था;
मुझे संकट और शोक भोगना पड़ा।
तब मैं ने यहोवा से प्रार्थना की,
“हे यहोवा, विनती सुनकर मेरे प्राण को
बचा ले!”

यहोवा अनुग्रहकारी और धर्मी है;
और हमारा परमेश्‍वर दया करनेवाला है।
यहोवा भोलों की रक्षा करता है;
जब मैं बलहीन हो गया था,
उसने मेरा उद्धार किया।
हे मेरे प्राण, तू अपने विश्रामस्थान में लौट आ;
क्योंकि यहोवा ने तेरा उपकार किया है।

तू ने तो मेरे प्राण को मृत्यु से,
मेरी आँख को आँसू बहाने से,
और मेरे पाँव को ठोकर खाने से बचाया है।

मैं प्रेम रखता हूँ, इसलिये कि यहोवा ने मेरे गिड़गिड़ाने को सुना है। उसने जो मेरी ओर कान लगाया है, इसलिये मैं जीवन भर उसको पुकारा करूँगा। मृत्यु की रस्सियाँ मेरे चारों ओर थीं; मैं अधोलोक की सकेती में पड़ा था; मुझे संकट और शोक भोगना पड़ा। तब मैं ने यहोवा से प्रार्थना की, “हे यहोवा, विनती सुनकर मेरे प्राण को बचा ले!” यहोवा अनुग्रहकारी और धर्मी है; और हमारा परमेश्‍वर दया करनेवाला है। यहोवा भोलों की रक्षा करता है; जब मैं बलहीन हो गया था, उसने मेरा उद्धार किया। हे मेरे प्राण, तू अपने विश्रामस्थान में लौट आ; क्योंकि यहोवा ने तेरा उपकार किया है। तू ने तो मेरे प्राण को मृत्यु से, मेरी आँख को आँसू बहाने से, और मेरे पाँव को ठोकर खाने से बचाया है।

भजन संहिता 116:1-8

Psalm 116:1-8