नीतिवचन 3:5-12

नीतिवचन 3:5-12 - तू अपनी समझ का सहारा न लेना,
वरन् सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना।
उसी को स्मरण करके सब काम करना,
तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा।
अपनी दृष्‍टि में बुद्धिमान न होना;
यहोवा का भय मानना,
और बुराई से अलग रहना।
ऐसा करने से तेरा शरीर भला चंगा,
और तेरी हड्डियाँ पुष्‍ट रहेंगी।

अपनी संपत्ति के द्वारा,
और अपनी भूमि की सारी पहली उपज
दे देकर यहोवा की प्रतिष्‍ठा करना;
इस प्रकार तेरे खत्ते भरे पूरे रहेंगे,
और तेरे रसकुण्डों से नया दाखमधु
उमण्डता रहेगा।
हे मेरे पुत्र, यहोवा की शिक्षा से मुँह न मोड़ना,
और जब वह तुझे डाँटे,
तब तू बुरा न मानना,
क्योंकि यहोवा जिस से प्रेम रखता है
उसको डाँटता है,
जैसे कि बाप उस बेटे को जिसे वह
अधिक चाहता है।

तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन् सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। उसी को स्मरण करके सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा। अपनी दृष्‍टि में बुद्धिमान न होना; यहोवा का भय मानना, और बुराई से अलग रहना। ऐसा करने से तेरा शरीर भला चंगा, और तेरी हड्डियाँ पुष्‍ट रहेंगी। अपनी संपत्ति के द्वारा, और अपनी भूमि की सारी पहली उपज दे देकर यहोवा की प्रतिष्‍ठा करना; इस प्रकार तेरे खत्ते भरे पूरे रहेंगे, और तेरे रसकुण्डों से नया दाखमधु उमण्डता रहेगा। हे मेरे पुत्र, यहोवा की शिक्षा से मुँह न मोड़ना, और जब वह तुझे डाँटे, तब तू बुरा न मानना, क्योंकि यहोवा जिस से प्रेम रखता है उसको डाँटता है, जैसे कि बाप उस बेटे को जिसे वह अधिक चाहता है।

नीतिवचन 3:5-12